गिरिडीह: जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के महुरी के प्रवासी मजदूर फ़लजीत महतो की सऊदी अरब में बीते 10 दिन पूर्व मौत हो गयी है, लेकिन अभी तक प्रवासी मजदूर का न तो शव पहुंचा और न ही परिजनों को कंपनी की ओर से मिलने वाली राशि के भुगतान का रास्ता साफ हो पाया हैं. इस कारण परिजनों की चिंता बढ़ने लगी है. मृतक के परिजन अपने घर के सदस्य का अंतिम दर्शन के लिए हर दिन राह देख रहे हैं.


उल्लेखनीय है कि महुरी निवासी स्वर्गीय धनी महतो के 50 वर्षीय पुत्र फ़लजीत महतो की मौत विगत 30 मार्च 2025 को सऊदी अरब में हो गई थी. मृतक अपने पीछे पत्नी सरिता देवी उर्फ़ सुंदरी देवी, पुत्री स्वीटी कुमारी (20), प्रियांशु कुमारी (16), प्रीति कुमारी (13), और पुत्र प्रिंस कुमार (04) समेत भरा- पूरा परिवार को छोड़ गया है. प्रवासी श्रमिकों के हितों को लेकर काम करने वाले सिकन्दर अली लगातार संपर्क कर मामले का हल करने में जुटे हैं. उन्होंने कंपनी के अधिकारी से उचित मुआवजा के साथ शव को जल्द भारत भेजने की मांग की है. ताकि, उनका अंतिम संस्कार किया जा सके. उन्होंने कहा कि गिरिडीह, बोकारो और हजारीबाग जिले की बड़ी आबादी देश- विदेश में काम कर रही है. ऐसे में मजदूर के साथ घटना होने के बाद मुआवजा एक बड़ी समस्या होती है. परिजन भी मुआवजा नहीं मिलने तक परेशान होते हैं. ऐसे में महीनों तक मजदूरों का शव विदेश में पड़ा रहता है. मजदूरों के घरों में शव नहीं आने से उनके घर के चूल्हे शांत पड़े रहते है. परिजन हर दिन शव के इंतजार में रहते हैं और परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
