सरायकेला/ Pramod Singh जिला विधिक सेवा प्राधिकार सरायकेला द्वारा गुरुवार को बाल मजदूरी के खिलाफ अभियान चलाकर बाल कल्याण समिति के सदस्यों के साथ मिलकर जिले के अलग- अलग जगह पर मजदूरी कर रहे साथ बाल मजदूरों को मुक्त कराया है. समिति ने रेस्क्यू किए गए सभी बच्चों को उनके माता- पिता के हवाले कर दिया है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार सरायकेला एवं बाल कल्याण समिति के संयुक्त तत्वाधान में टीम बनाकर बाल मजदूरी के खिलाफ छापामारी किया गया. इसके तहत कांड्रा थाना क्षेत्र अंतर्ग्रत कांड्रा बाजार के सामने गुप्ता गैरेज से 2 बाल मजदूर, बाजार रेलवे ओवर ब्रिज के सामने एक मोटरसाइकिल गैरेज से 1 बाल मजदूर, चौका थाना क्षेत्र अंतर्गत मुखिया होटल के सामने एक मोटर गेराज से 2 बाल मजदूर के काम करने की प्राप्त हुई थी. प्राप्त सूचना के आधार पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव और बाल कल्याण समिति के सन्युक्त तत्वाधान मे अभियान चलाकर उक्त स्थानों पर काम कर रहे बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया. इस दौरान उक्त दुकान के मालिकों को जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य और डीएलएसए द्वारा लिखित प्रक्रिया करने के बाद, उनके परिवार को सकुशल सुरक्षित सौंप दिया गया और सख्त निर्देश दिया गया कि आगे और बाल श्रम कराए जाने पर सख्त और कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
चौका थाना क्षेत्र के अंतर्गत मुखिया होटल के सामने मोटर गेराज मे पाया गया कि पालन- पोषण योजना का लाभ मिलने के बाबजूद गैराज में एक बच्चे से काम करवाया जा रहा है. मौके पर बाल श्रमिक के अभिभावक को बुलाकर सख्त हिदायत दिया गया कि अगर बच्चे को स्कूल नही भेजोगे तो पालन- पोषण योजना का लाभ जो मिल रहा हैं उससे बंचित कर दिया जायेगा और आगे इसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाई की जाएगी. इस दौरान बाल कल्याण समिति के सदस्य बिना रानी महतो, जुझार सोरेन, डालसा के पारा लीगल वालंटियर बिट्टू प्रजापति एवं सुकरंजन कुमार, मुकेश कुमार इत्यादि सदस्य उपस्थित थे.
