सरायकेला Pramod Singh मनरेगा दिवस संगोष्ठी सह सम्मान समारोह का आयोजन सरायकेला नगर पंचायत क्षेत्र के टाउन हाल में सोमवार को हुआ. कार्यक्रम का शुभारम्भ बतौर मुख्य अतिथि जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, जिला परिषद उपाध्यक्ष मधुश्री महतो, खूंटी सांसद प्रतिनिधि राज बाकची, उप विकास आयुक्त आशीष अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया.
कार्यक्रम में मनरेगा की उपयोगिता और चुनौतियों पर परिचर्चा हुई. जिला परिषद अध्यक्ष चुनाराम बोदरा ने पूरे जिले में मनरेगा श्रमिक 1 लाख 80 हजार हैं. इसे और बढाने पर जिला प्रशासन को जोर देना चाहिए. उन्होंने कहा मनरेगा स्कीम आने के बाद से ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों का पलायन रुका है. उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से अपील किया की आप लोग मनरेगा का ज्यादा से ज्यादा लाभ ले.
उप विकास आयुक्त आशीष अग्रवाल ने बताया कि इस योजना के तहत सरकार सीधे गरीबों तक पहुंच सकती है और विकास के लिए विशेष प्रोत्साहन दिया जाता है. इस अधिनियम के तहत प्रत्येक ग्रामीण परिवार को एक वित्तीय वर्ष में 100 दिनों के लिए गारंटीकृत मजदूरी/रोजगार प्रदान किया जाता है.
यह अधिनियम 2 फरवरी 2006 को लागू हुआ था. जानकारी के अनुसार 2006- 07 में प्रथम चरण में यह योजना 27 राज्यों के 200 जिलों में लागू की गई थी. यह योजना अप्रैल 2008 से पूरे देश में लागू है. सरकार की सबसे प्रभावशाली योजनाओं में से मनरेगा एक है. ग्रामीण स्तर पर आर्थिक सशक्तिकरण में मनरेगा अहम भूमिका निभाई है. उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) ग्रामीण भारत की जीवनरेखा है. कार्यक्रम के बाद मनरेगा क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया.