सरायकेला/ Pramod Singh सरायकेला के स्थानीय संस्था आचार्य छऊ नृत्य विचित्रा के सह निदेशक रंजीत आचार्य द्वारा हिमाचल प्रदेश के मंडी व शिमला में 11 दिसंबर से 15 दिवसीय सरायकेला छऊ का कार्यशाला आयोजित किया जा रहा है. छऊ गुरु रंजीत कुमार आचार्य ने बताया कि हिमाचल सांस्कृतिक शोध परिषद मंडी द्वारा सरायकेला छऊ नृत्य का नाट्य में प्रयोग बिषय पर 15 दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया है.
कार्यशाला में छऊ गुरु रंजीत कुमार आचार्य द्वारा छऊ के विभिन्न आयामों पर बिंदुवार जानकारी देते हुए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. कार्यशाला में भारतीय शात्रीय व लोक नाट्य में सरायकेला छऊ नृत्य के आंशिक अभिनय, शारीरिक गतिविधियों व तकनीक का कैसे प्रयोग किया जा सके इस विषय पर भारत के अन्य राज्यों से आये नाट्य अभिनय कलाकारों के साथ प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
जानकारी हो इस समय हिमाचल प्रदेश के सभी भागों में कड़ाके की ठंड है चारों और बर्फ से ढकी हुई पहाड़ है. इसके बावजूद देश के विभिन्न राज्यों से आये कलाकार इस प्रशिक्षण कार्यशाला में उत्साह के साथ भाग ले रहे है. हिमाचल सांस्कृतिक शोध परिषद के निदेशक सह भारत के जाने माने नाट्य निदेशक व नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के भूतपूर्व निर्देशक सुरेश शर्मा व सीमा शर्मा द्वारा संचालित है. इस कार्यशाला के दौरान नाटक खामोश अदालत जारी है जबकि दूसरा नाटक प्रेमियों की वापसी का मंचन के लिए छऊ शारीरिक मूवमेंट को को लेकर तैयारी चल रहा है. इन दोनों नाटकों का निर्देशन देश के जाने माने नाट्य निदेशक परवीन शेखर द्वारा किया जा रहा है. आचार्य ने बताया यह कार्यशाला हिमाचल प्रदेश में छऊ के विकास व संरक्षण को लेकर कारगर साबित होगी.