सरायकेला: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के आदेशानुसार श्रीमती सुचित्रा सिन्हा, अवकाश प्राप्त आईएएस, वर्तमान में आयोग की झारखंड स्पेशल रिपोर्टियर द्वारा जमशेदपुर, सरायकेला और नीमडीह प्रखंड के कुछ जन वितरण प्रणाली की दुकानों की जांच की गई. जांच के दौरान जिन जन वितरण प्रणाली की दुकाने बंद पाई गईं. उनके नाम विनोद कुमार झा जन वितरण प्रणाली दुकान, लाल सरदार जन वितरण प्रणाली दुकान, पता जुगसलाई है. उन्हें दूरभाष द्वारा सूचित करने के बावजूद भी वे लोग उपस्थित नहीं हुए और अपना फ़ोन स्विच ऑफ कर दिया.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने दिनांक 27 नवम्बर 2024 को सरस्वती महिला स्वयं सहायता समूह जन वितरण प्रणाली की दुकान, सोनारी का दौरा किया तो पाया कि उनकी दुकान का साइन बोर्ड दुकान के बाहर नहीं लगा हुआ है. कुछ कार्डधारियों से पूछ- ताछ करने पर पता चला कि उनके अंगूठे का छाप बायोमेट्रिक पर 15 दिन पहले ही ले लिया जाता है और उन्हें राशन भी नहीं दिया जाता है. कुछ कार्डधारियों ने बताया कि डीलर दुकान ही नहीं खोलते हैं. वे महीने में एक या दो दिन ही दुकान खोलते है और राशन वितरण करते है. दो दिन के बाद कार्डधारियों के जाने पर बोल दिया जाता है कि राशन ख़त्म हो गया है. जब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने इनके राशन का स्टॉक रजिस्टर और गोडाउन का स्टॉक मिलाया तो पाया कि इनके गोडाउन में स्टॉक नहीं है और इनका स्टॉक रजिस्टर भी सही पूर्वक मिल नहीं रहा है. इसके अलावा दूरभाष पर यह बताया गया कि यह पीडीएस सेंटर किसी दबंग व्यक्ति का है. इसलिए इसकी रिपोर्ट बनाने से पहले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम को सोचना पड़ेगा.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने निम्नलिखित पीडीएस दुकानों का दौरा किया
मां मनसा महिला समिति पीडीएस सेंटर आदरडीह, चंद्र मोहन गोराई पीडीएस सेंटर आदरडीह, ओम प्रकाश शर्मा पीडीएस केंद्र सोनारी, अमरेश कुमार पीडीएस सेंटर साकची, आनंद देव रजक पीडीएस केंद्र सोनारी, अनिता देवी पीडीएस केंद्र सोनारी, अजय कुमार पीडीएस सेंटर जुगसलाई, अनिल कुमार चौधरी पीडीएस सेंटर जुगसलाई, विनोद कुमार झा पीडीएस सेंटर जुगसलाई और लाल सरदार पीडीएस सेंटर जुगसलाई. इन सभी का दौरा करने पर पाया गया कि इन सभी दुकानों में राशन को वजन करने के लिए बटखरा रखा हुआ है. कुछ दुकानों में दो- दो डिजिटल मशीनें वजन करने के लिये रखी गई हैं. जोकि इनका रखना वर्जित है. इन सभी दुकानों का भौतिक सत्यापन करने पर गोडाउन स्टॉक और स्टॉक रजिस्टर में काफी अंतर पाया गया.