सरायकेला: नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता मनोज कुमार चौधरी ने झारखंड के नायक भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर बिरसा चौक स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए नमन किया. उन्होंने सभी क्षेत्र वासियों को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती, झारखंड स्थापना दिवस व “जनजातीय गौरव दिवस” की शुभकामनाएं दी.
उन्होंने कहा कि जिन सपने को संजोए एक लंबे आंदोलन के बाद झारखंड अलग राज्य बना लेकिन दुर्भाग्यवश झारखंड स्थापना के 24 साल उपरांत हर संसाधन से परिपूर्ण यह प्रदेश ना केवल एक अग्रणी प्रदेश बनने की क्षमता रखता था बल्कि यह पूरे देश में विकास एवं सुशासन के नए मानदंड रख सकता था परंतु कुछ जिम्मेवार व्यक्तियों की अदूरदर्शिता एवं स्वार्थ सिद्धि के कारण अपेक्षित विकास नहीं हो सका. आज भी 50% आबादी मूलभूत सुविधाओं के लिए जद्दोजहद करती नजर आती है हालांकि संभावनाएं अभी शेष नहीं हुई हैं. दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ काम हो तो असीम संभावनाओं से भरा झारखंड की सूरत बदल सकती है. 15 नवंबर हमारे लिए आत्मविश्लेषण का दिन भी होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम सबको मनन करने की जरूरत है कि गलतियां क्यों हो रही हैं और किससे हो रही हैं. हम कृषि, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, पर्यटन, खेल, उच्च शिक्षा, कानून- व्यवस्था, स्वास्थ्य, उद्योग, बिजली, सड़क और शहरी विकास एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं के मामले में अन्य विकसित राज्यों से काफी पीछे क्यों है ? श्री चौधरी ने कहा कि झारखंड राज्य की 80 फीसदी आबादी कृषि से जुड़ी हुई है. उपज दर कम है. एक फसली खेती ज्यादा है. धान प्रमुख फसल है. सिंचाई की सुविधा नगण्य है. 92 फीसदी इलाका गैर सिंचित है. झारखंड की रतनगर्भा धरती केवल वन उत्पाद एवं खनिजों से भरी हुई नहीं है इस धरती ने अनेकों महापुरुष, उद्योगपति, कलाकार एवं खेल- खिलाड़ी देश को समर्पित कर विश्व पटल पर भारत का मान बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर उनके साथ हम झारखंडियों के सम्मान हेतु हमारे संगठन भाजपा केंद्रीय शासन द्वारा युग पुरुष अटल बिहारी वाजपेई जी द्वारा वर्षों पुरानी मांग को पूरा करते हुए वर्ष 2000 में धरती आबा बिरसा मुंडा जी को सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए झारखंड अलग राज्य की स्थापना की थी एवं भाजपा ने पुनः भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती पर उनके सम्मान में यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, क्षेत्र के लोकप्रिय नेता केंद्रीय मंत्री श्री अर्जुन मुंडा एवं एनडीए गठबंधन द्वारा ऐतिहासिक पहल करते हुए इस दिवस की महत्ता बढ़ाते हुए आज के दिन को जनजातियों के सम्मान हेतु पूरे देश में “जनजातीय गौरव दिवस” के रूप में मनाने की शुरुआत की. यूं तो देश की आजादी से लेकर विकास तक हर क्षेत्र में हर समुदाय का महत्वपूर्ण योगदान रहा है लेकिन पहली बार भाजपा द्वारा वर्ष 2000 झारखंड स्थापना से अब तक जनजातियों के सम्मान और उत्थान के लिए ऐतिहासिक उल्लेखनीय कार्य संपादित किए गए हैं. जिन सपनों को लेकर झारखंड की स्थापना की गई थी बीजेपी शासन में बहुत हद तक पूरा किया जा रहा था. लेकिन वर्तमान में उन सपनों को पूरा करने के लिए सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की जरूरत है. आइए धरती आबा की इस पावन जन्म जयंती पर संकल्पित और एकजुटता के साथ शिक्षित, स्वच्छ व विकसित झारखंड विकास के भागीदार बने.