आदित्यपुर: झारखंड हाई कोर्ट द्वारा मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को चुनौती देने वाली जनहित याचिका को खारिज करने के फैसले का झामुमो नेता ओंकार सिंह उर्फ सन्नी सिंह ने स्वागत करते हुए कहा कि न्याय की जीत और भाजपा की हार हुई है. उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय के फैसले से राज्य की बहन- बेटियों की जीत हुई है.
वैसे याचिकाकर्ता के सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है. इसपर सन्नी सिंह ने कहा कि उन्हें वहां से भी निराश होना पड़ेगा. उधर हाई कोर्ट के फैसले के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा- राज्य की मंईयां जीत गई, तानाशाह हार गया, पर लड़ाई जारी है. सीएम हेमंत सोरेन ने अपने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखा- ‘मंईयां के खिलाफ अब ये सुप्रीम कोर्ट जाएंगे, पर मैं आपका भाई, आपका बेटा, वहां भी इन्हें हराएगा, जय मंईयां, जय जय झारखंड.
इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह भी कहा था कि आज मंईयां सम्मान योजना बंद करवाने के तानाशाहों के केस पर सुनवाई होगी. उन्होंने लिखा- आपकी अबुआ सरकार पूरी मजबूती से इस मुकदमे को लड़ रही है. राज्य के सबसे बड़े वकील महाधिक्ता, राज्य की सभी मंईयां के हक के लिए हमारी आवाज बुलंद करेंगे. लड़ेंगे, जीतेंगे- पर हम झारखंडी हार नहीं मानेंगे.
मालूम हो कि झारखंड सरकार की ओर से चलाई जा रही महत्वाकांक्षी “मुख्यमंत्री मंईया सम्मान योजना” पर रोक लगाने के लिए झारखंड हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी. इस याचिका पर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस की पीठ में सुनवाई हुई. सिमडेगा के रहने वाले विष्णु साहू ने अपने अधिवक्ता राजीव कुमार के माध्यम से जनहित याचिका दाखिल की थी. इस जनहित याचिका में दलील दी गई है कि चुनाव से पहले सरकार ने मतदाताओं को लुभाने के लिए इस तरह की योजना शुरू की है. मामले में राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता राजीव रंजन और अधिवक्ता पीयूष चित्रेश ने दलीलें पेश की.