आदित्यपुर: नगर निगम के प्रशासक रवि प्रकाश सिंह के निर्देश पर मंगलवार को लोकआस्था के महापर्व छठ को लेकर युद्धस्तर पर क्षेत्र के 90 फीसदी छठ घाटों को पूजा के लिए तैयार किया गया. इस दौरान जेसीबी द्वारा नदियों के तटों का समतलीकरण कार्य करवाया गया एवं घाट तक पहुंचने के लिए एप्रोच सड़कों को भी मरम्मत करवा कर दुरूस्त किया गया. वहीं व्रतियों के पहुंचने से पहले श्रीडूंगरी घाट एवं तमाम घाटों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करने का निर्देश दिया गया है.
महत्वपूर्ण छठ घाटों पर चेंजिंग रूम की व्यवस्था करवाई जा रही है. सापड़ा छठ घाट को टीएसएलपीएल की मदद से दुरुस्त कराया गया. इस दौरान सभी घाटों का आदित्यपुर नगर एग्जीक्यूटिव इंजीनियर पंकज झा द्वारा निरीक्षण किया गया.
छले गए बाबाकुटी वासी; डेंजर जोन घोषित
जिला प्रशासन के निर्देश पर एकबार फिर से बाबाकुटी छठ घाट को डेंजर जोन घोषित किया गया है. अपर नगर आयुक्त सह प्रशासक रवि प्रकाश ने अपील करते हुए कहा है कि बाबा कुटी छठ घाट को खतरनाक घोषित किया गया है. इसके अलावा अन्य छठ घाट में भी साइनेज बोर्ड इत्यादि लगाए गए हैं ताकि लोग सतर्कता के साथ छठ पर्व मना सके. जिला प्रशासन द्वारा एनडीआरएफ टीम को भी तैनात रहने की जिम्मेदारी दी गई है. साथ ही प्रशासक द्वारा आरआईटी थाना प्रभारी को एक पत्र लिखकर सूचित किया गया है कि बाबा कुटी आश्रम छठ घाट को खतरनाक घाट घोषित किया गया है एवं छठ पर्व मनाने से प्रतिबंधित किया गया है, लेकिन वहां के स्थानीय लोगों द्वारा उक्त छठ घाट पर मनाने की संभावना है. जिससे अप्रिय घटना भी घटने की संभावना है. जिसे देखते हुए बाबा कुटी छठ घाट पर पुलिस बल एवं गश्ती दल तैनात की जाए ताकि दुर्घटना से बचा जा सके.
65 लाख का छठ घाट चढ़ गया भ्रष्टाचार की भेंट: लोगों में मायूसी
मालूम हो कि बाबाकुटी में करीब 65 लाख की लागत से सीढ़ीनुमा छठ घाट का निर्माण कराया गया है जो उद्घाटन के बगैर ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है. हर साल जिला प्रशासन द्वारा उक्त घाट को डेंजर जोन घोषित कर पल्ला झाड़ लिया जाता है. जिससे यहां के व्रतियों और स्थानीय लोगों में मायूसी है. तत्कालीन उपायुक्त अरवा राजकमल, वर्तमान उपायुक्त रविशंकर शुक्ला, तत्कालीन एसडीओ पारुल सिंह, जो वर्तमान में नगर निगम की उप प्रसाशक भी हैं के द्वारा जांच के आदेश जारी किए गए थे. वर्तमान उपायुक्त ने अलग से टेंडर निकालकर उक्त घाट को दुरुस्त करते हुए दोषी संवेदक को ब्लैकलिस्ट करने का निर्देश दिया है मगर सारे जांच और आदेश ठंडे बस्ते में डालकर एकबार फिर से उक्त छठ घाट को डेंजर जोन घोषित कर दिया जिससे लोगों में मायूसी है.