जमशेदपुर: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 न केवल बागियों बल्कि अनर्गल राजनीतिक बयानों के लिए भी याद रखा जाएगा. जैसे- जैसे पहले चरण के मतदान को लेकर प्रचार- प्रसार का दौर आगे बढ़ रहा है वहीं राजनीतिक बयानों में मर्यादाओं की सीमाएं टूटने लगे हैं.
ऐसा ही एक बयान मंगलवार को जमशेदपुर महानगर भाजपा के अध्यक्ष सुधांशु ओझा ने देकर नया विवाद खड़ा कर दिया है. बता दें कि सुधांशु ओझा ने जमशेदपुर पूर्वी से इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी डॉ अजय कुमार को पॉलीटिकल बंदर करार देते हुए कई आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि डॉ अजय कुमार ने जमशेदपुर एसपी रहते कई निर्दोष युवाओं को अपराधी बनाया. दुनिया के सबसे महान मजदूर नेता वीजी गोपाल हत्याकांड की गुत्थी आज तक नहीं सुलझ सकी है. टाटा के इशारे पर उन्होंने शहर में काफी तांडव मचाया. कई बस्तियां उजाड़े, कई घरों को बर्बाद किया. गलती से जनता ने उन्हें अपना सांसद चुन लिया था मगर अपने स्वभाव के अनुरूप कभी इस दल तो कभी उसे दल में जाकर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकी. अब कांग्रेस जैसी भ्रष्ट पार्टी में शामिल होकर उन्होंने अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है. इस बार जमशेदपुर पूर्वी की जनता गलती नहीं करेगी. बता दे कि जमशेदपुर पूर्वी से पूर्व मुख्यमंत्री और उड़ीसा के राज्यपाल रघुवर दास की पुत्रवधू पूर्णिमा दास साहू एनडीए गठबंधन की उम्मीदवार के रूप में यहां से चुनाव लड़ रही है. मंगलवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए थे सुधांशु ओझा ने उसी के पलटवार में उक्त बातें कही. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि जमशेदपुर पूर्वी की जनता किसे अपना जनप्रतिनिधि चुनती है. वैसे जैसे-जैसे चुनाव की तिथि सामने आ रही है नेताओं के बिगड़े बोल राजनीतिक माहौल को बिगाड़ रही हैं. जनता सब देख रही है.
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