गया/ Pradeep Ranjan फ्रांस देश के 31 विदेशी मेहमानों का शिष्टमंडल बोधगया पहुंचा. जहां सभी ने भगवान बुद्ध की ज्ञानभूमि को नमन किया. इस दौरान विदेशी मेहमानों ने बोधगया के बगहा गांव स्थित मम्मी जी एजुकेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट का भ्रमण किया. भारत भ्रमण पर निकले विदेशी मेहमानों का स्वागत मम्मी जी एजुकेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट के निर्देशिका डॉ. जेनी पेरे उर्फ मम्मीजी की संस्था के बच्चों ने सभी को माथे पर कुमकुम का टीका लगा कर व माला पहनाकर किया. वही दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया.
इस दौरान विद्यालय के बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर फ्रांसीसी मेहमानों को मंत्रमुग्ध कर दिया.
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए फ्रांसीसी समाजसेविका मम्मीजी ने उनके आगमन पर प्रसन्नता व्यक्त की. उन्हें संस्था के क्रियाकलापों की पूर्ण रूप से जानकारी दी.
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वहीं फ्रांस से आये डॉ. जैक विन ने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए मम्मी जी के कार्य को सराहा. उन्होंने कहा कि कोविड काल में कई निजी विद्यालय बंद हो गए लेकिन मम्मी जी द्वारा संचालित नि:शुल्क विद्यालय में बच्चों का पठन- पाठन होता रहा, उनके लिए भोजन की भी व्यवस्था मम्मी जी के द्वारा की गई. उन्होंने कहा कि गरीब बच्चों को जो शिक्षा मम्मी जी के द्वारा दी जा रही है, निश्चित रूप से उससे बच्चों का विकास होगा.
वहीं उन्होंने हिंदी में बोलते हुए कहा कि हिंदी बोलना अच्छा लगता है. हिंदी में काम करना बहुत आसान है. उन्होंने कहा कि विगत 30 सालों से हम भारत का भ्रमण कर रहे हैं. इस दौरान भारत के कई जगहों पर हमें जाने का मौका मिला, इससे हमें काफी खुशी महसूस होती है. उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म पर हमने पुस्तक भी लिखी है.
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डॉ. जैक विन (फ्रांस निवासी)
वही समाजसेवी मुन्ना पासवान ने बताया कि विगत 24 सालों से बोधगया में मम्मीजी द्वारा संचालित संस्था लगातार गरीबों व असहायों के उत्थान के लिए कार्य कर रही है. यहां गरीबों व स्लम क्षेत्र के बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाई एवं रहने की व्यवस्था की जाती है. बच्चियों के लिए निःशुल्क सिलाई, कढ़ाई व ब्यूटीशियन का भी कोर्स कराया जाता है. इन कार्यों को देखकर फ्रांस से 31 सदस्यीय शिष्टमंडल काफी खुश हुए हैं.
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मुन्ना पासवान (स्थानीय समाजसेवी)