DESK पिछले 12 वर्षों से कानूनी लड़ाई लड़ते- लड़ते सहारा इंडिया परिवार के मुखिया सुब्रत रॉय सहारा की मौत के बाद अब उनकी जगह उनकी धर्मपत्नी श्रीमती स्वप्ना रॉय को समूह की कमान सौंपने की तैयारी चल रही है. सूत्रों की मानें तो लखनऊ हेडक्वार्टर में दो दिन पूर्व संपन्न हुए समूह के हाई लेवल मीटिंग में स्वप्ना रॉय को चेयरमैन बनाने की सहमति बन गई है. अक्टूबर के पहले हफ्ते में इसकी आधिकारिक घोषणा संभव है.
विदित हो कि सहारा- सेबी विवाद के कारण समूह को न केवल आर्थिक परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है बल्कि समूह की वैश्विक साख पर भी बट्टा लगा है. इस लड़ाई में समूह से जुड़े 12 लाख एजेंट बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं. सैकड़ों एजेंटों ने आत्महत्या कर ली है. वहीं करोड़ों निवेशको को अपनी गाढ़ी कमाई के डूबने की चिंता सता रही है. इस दौरान समूह के मुखिया सुब्रत रॉय का भी निधन हो चुका है. ऐसे में समूह का अगला चेयरमैन कौन होगा इसको लेकर जारी गतिरोध भी लागभग समाप्त हो चुका है. अब समूह की देनदारियों और कानूनी लड़ाई स्वप्ना रॉय के कंधे होगी. हालांकि समूह के पास देनदारियों की तुलना में तीन गुणा संपत्ति होने का दावा किया जाता रहा है मगर कानूनी अड़चनों की वजह से मामला पिछले 12 वर्षों से शीर्ष अदालत में लटका हुआ है. वैसे इसी महीने की 3 से 5 सितंबर को हुई सुनवाई में शीर्ष अदालत ने समूह को बड़ी राहत दी है जिसके बाद समूह ने अपनी गतिविधियां तेज कर दी है. नए चेयरमैन की घोषणा होते ही समूह तेजी से देनदारियों का निपटारा कर सकती है.