सरायकेला: प्रखंड अंतर्गत कमलपुर पंचायत के केन्दुआ गांव में श्री श्री मनसा पूजा समिति की ओर से झूमर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसका उद्घाटन जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा ने फीता काटकर किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि भाषा संस्कृति ही हमारी पहचान है. इसे बचाए रखना हम सभी का दायित्व है. झूमर के माध्यम से झारखंड कला संस्कृति को बचाया जा सकता है. हर समुदाय के लोग झूमर लोकगीत को पसंद करते हैं.
उन्होंने झूमर कार्यक्रम के आयोजकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि गीत संगीत पर जो व्यक्ति रुचि नहीं रखता है, उसका जीवन अधूरा है. वही कलाकारों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के पूर्व भक्तों ने मां मनसा की पूजा अर्चना कर सुख- शांति और समृद्धि का आशीर्वाद मांगा. मनोहरपुर- गोपीपुर के जुनून रोसीकिया झूमर ग्रुप के युवा झूमर सम्राट रंजीत महतो, स्टेज हीटर सुनिता राणा व ऐजे लिपनी ने मां मनसा के वंदना के साथ संस्कृतिक कुड़माली झूमर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इसके बाद कुड़माली, बंगला, नागपुरी, संथाली, संबलपुरी गीतों की प्रस्तुति देकर लोगों की वाहवाही लूटी. झूमर कलाकारों ने पहिले आखड़ा वंदना,ए मोर परदेशी बाबु,भादर मासेक एका दोशी, मोर आगु फेचु तोंय घुरिस गो सजनी, कुली मुड़ा बोड़ो टोला आदि झूमर गीत व नृत्य पर जमकर लोग झूमे. मांदर व करताल की मधुर धुन पर रात भर पारंपरिक गीत व नृत्य का आयोजन होता रहा. मौके पर काफी संख्या में गांव के ग्रामीण उपस्थित थे.