सरायकेला/ Pramod Singh वारंग क्षिति लिपि के जनक ओत गुरु लको बोदरा के 106 वीं जयंती के मौके पर सरायकेला के बड़बिल स्थित आदिवासी कला केंद्र परिसर में गुरुवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन शामिल हुए.
सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री ने ओत गुरु लाको बोदरा के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. अपने संबोधन में पूर्व मुख्यमंत्री ने देश के गृह मंत्री अमित शाह की जमकर सराहना की. उन्होंने बताया कि भारत सरकार आदिवासियों को लेकर गंभीर है. आदिवासियों के कला- संस्कृति और भाषा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले दिनों दिल्ली के जंतर मंतर पर “हो” भाषा को संविधान के आठवीं अनुसूची में शामिल करने को लेकर दिए गए धरना पर गंभीरता पूर्वक संज्ञान लिया है. साथ ही उन्होंने भी पत्र लिखकर इस दिशा में सार्थक पहल करने की मांग की है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने अलग झारखंड राज्य दिया. बीजेपी ही इस राज्य को संवार सकती है. उन्होंने लोगों से भाषा- संस्कृति के लिए एकजुट होकर वैसे लोगों को साथ देने की अपील की जो आदिवासियों के लिए सोच रही है. इस दौरान रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए. मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, बबलू सोरेन, चंचल गोस्वामी आदि मौजूद रहे.