सरायकेला/ Pramod Singh बीते सोमवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार कुख्यात अपराधकर्मी संतोष थापा को सरायकेला पुलिस के गुरुवार देर रात सरायकेला पहुंचने की संभावना है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संतोष थापा को शुक्रवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा. जहां से उसे रिमांड पर ली जा सकती है.
बता दें कि सोमवार की शाम लगभग 6:30 बजे के आसपास संतोष थापा को सरायकेला पुलिस ने दिल्ली पुलिस के सहयोग से इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उस वक्त गिरफ्तार किया था जब वह सिलीगुड़ी के बागडोगरा एयरपोर्ट से चलकर इंडिगो एयरलाइंस की विमान से उतर रहा था. हालांकि सरायकेला पुलिस ने अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. संभावना जताई जा रही है कि शुक्रवार को पुलिस उसे मीडिया के समक्ष पेश कर सकती है, उसके बाद ही पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठ सकेगा.
कैसे चढ़ा थापा पुलिस के हत्थे !
पुलिस सूत्रों की माने तो संतोष थापा की गिरफ्तारी को लेकर जिला पुलिस कप्तान मुकेश कुमार लुणायत ने एक विशेष टीम का गठन किया था, जो उसके पल- पल की गतिविधियों पर नजर रख रही थी, मगर शातिर संतोष थापा पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पा रहा था.
कैसे मिला क्लू ?
सूत्रों की माने तो रविवार को आदित्यपुर पुलिस की गिरफ्त में आए जमशेदपुर का मोस्ट वांटेड हिस्ट्रीशीटर अपराधकर्मी गुड्डू पांडे की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को संतोष थापा के संबंध में अहम सुराग हाथ लगे. इसके बाद चंद घंटे में ही पुलिस ने संतोष थापा का लोकेशन ट्रैक कर उसे दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया. सूत्र बताते हैं कि गुड्डू पांडे संतोष थापा के संपर्क में था. पिछले दिनों आदित्यपुर के सालडीह बस्ती में अपराधकर्मी सुभाष प्रामाणिक पर हुए जानलेवा हमले के बाद संतोष थापा ने कोलकाता में उसके इलाज की जिम्मेदारी उठाई थी. गुड्डू पांडे से पूछताछ के क्रम में उसके मोबाइल से एक अनजान नंबर पर तीस हजार रुपए कैश ट्रांजैक्शन से रिलेटेड एक मैसेज पुलिस के हाथ लगे. सख्ती से पूछताछ के क्रम में गुड्डू पांडे पुलिस के समक्ष टूट गया और उसने पुलिस को बताया कि वह नबंर संतोष थापा का है. यह पैसे उसने सुभाष प्रमाणिक के इलाज के लिए मंगवाए थे. यहीं से शुरू हुआ पुलिस का ऑपरेशन थापा अरेस्टिंग अभियान. सोमवार को राज्यपाल कोल्हान प्रमंडल के दौरे पर थे. एसपी मुकेश कुमार लुणायत और उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला एक साथ मूवमेंट कर रहे थे. दोनों अधिकारियों ने मिलकर अपने- अपने स्रोतों से संतोष थापा को ट्रैप किया. एसपी मुकेश कुमार लुनायत को जैसे ही संतोष थापा का नंबर मिला उन्होंने उसके नंबर को ट्रैक करना शुरू किया. हर 5 मिनट में संतोष थापा का नंबर खुलता था और बंद हो जाता था. सबसे पहले लोकेशन उसका सिलीगुड़ी के बागडोगरा एयरपोर्ट का मिला. उसके बाद एसपी ने पहले कोलकाता उसके बाद दिल्ली लपुलिस से संपर्क साधा. शुरू में आशंका जताई गई कि संतोष थापा सिलीगुड़ी से कोलकाता पहुंचेगा. मगर वह कोलकाता नहीं पहुंच कर वह दिल्ली पहुंच गया. हालांकि कोलकाता में भी पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी को लेकर पर्याप्त फील्डिंग लगा रखी थी. सूत्रों ने बताया कि बागडोगरा एयरपोर्ट से उड़ने वाले सभी विमान की सूची एसपी ने मांगा थी. 4:00 की फ्लाइट दिल्ली की थी. एसपी ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया और संतोष थापा का फोटो और गिरफ्तारी वारंट उपलब्ध कराया. जैसे ही संतोष थापा जलपाईगुड़ी से दिल्ली के लिए इंडिगो एयरलाइंस से दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर उतरा उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
संतोष नहीं था सागर और कार्तिक मुंडा गिरोह का सदस्य
हाल के दिनों में मीडिया में ऐसी रिपोर्ट सामने आ रही थी कि अपराधकर्मी संतोष थापा, सागर लोहार और कार्तिक मुंडा एक हो गए हैं. मगर कार्तिक मुंडा की मौत के बाद साफ हो गया कि सागर और संतोष के रास्ते अलग- अलग हैं. मीडिया में यह भ्रम फैलाया जा रहा है. सूत्र बताते हैं कि संतोष थापा अकेला डॉन बनना चाहता था और हाल के दिनों में उसने अनगिनत हवाई यात्राएं की और महंगे होटलों में रहा. इस दौरान उसने नेपाल दौरा भी किया. बाहर रहकर ही वह आपराधिक गिरोह को संचालित कर रहा था.
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