जमशेदपुर: नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में नेशनल लाइब्रेरियन दिवस के अवसर पर सोमवार को पद्मश्री प्रो. एसआर रंगनाथन की जयंती मनायी गयी. कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के प्रति उपकुलपति प्रो (डॉ) आचार्य ऋषि रंजन ने लाइब्रेरी साइंस के क्षेत्र में प्रो रंगनाथन के महत्त्वपूर्ण योगदान को याद किया.
उन्होंने कहा कि हम आज जो कुछ हैं और जिस मुक़ाम पर हैं वो सब पुस्तकालय विज्ञान के पितामह प्रो रंगनाथन की मेहनत और आशीर्वाद से हैं. उनके अथक प्रयासों से पुस्तकालय विज्ञान भारत समेत पूरे विश्व में अपनी महत्ता अर्जित कर सका है. बता दें कि प्रो. रंगनाथन दिल्ली विश्वविद्यालय में पुस्तकालय विज्ञान के संस्थापक होने के साथ ही इस विषय में पहले पद्मश्री सम्मान से सम्मानित अकादमिक शख्सियत रहे हैं. उनके सम्मान में भारत सरकार की ओर से डाक टिकट भी जारी किया जा चुका है. कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए लाइब्रेरी डिपार्टमेंट की प्रमुख सविता ह्रदय ने बताया कि एक लाइब्रेरियन के जीवन में किताबों के साथ ही बच्चों के प्रति भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है, इसलिए इस दिन को और खास बनाने के लिए पैनल चर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों को पुस्तकों की महत्ता बताई गई.
इसके बाद प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया. लाइब्रेरी स्किल्स से जुड़े कुछ ख़ास सवालों के जवाब से कार्यक्रम को काफी मनोरंजक बनाया गया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार नागेंद्र सिंह, डीन अकादमिक प्रो दिलीप शोम, प्रो रंजन मिश्रा, प्रो प्रमोद सिंह, बीएड विभाग के प्रधानाचार्य डॉ ज्योति प्रकाश स्वैन समेत सभी संकाय सदस्य उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन लाइब्रेरी विभागाध्यक्ष सविता ह्रदय ने किया.