कुचाई/ Ajay mahto प्रखंड अंतर्गत सियाडीह गांव के टोला पातड़ाडीह में शिवशंकर सिंह मुंडा की अध्यक्षता में आम आदमी पार्टी की एक बैठक आयोजित की गई. इस दौरान गांव के बुजुर्ग एवं महिलाओं के बीच धोती साड़ी का वितरण किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे आप नेता बिरसा सोय ने कहा कि 23 दिसंबर 1994 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव पारित कर 9 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस मनाने का निर्णय लिया था.
उन्होंने कहा कि हमारे भारत में आदिवासियों की जनसंख्या लगभग 10 करोड़ 40 लाख है. ये जनसंख्या देश की आबादी का लगभग 8 प्रतिशत है. आदिवासियों के लिए बनाए गाए कानूनों को देश आजादी के 78 साल प्रवेश करने वाली है, लेकिन इसके बावजूद भी कोई भी कानून को सरजमीं में सख्ती से लागू नहीं किया गया. आज देश के कोने- कोने में आदिवासियों की जल- जंगल- जमीन लूटी जा रही है, लेकिन केन्द्र सरकार आदिवासियों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पाई है. यही वजह है कि आदिवासी अपने जल- जंगल- जमीन बचाने के लिए पिछले कई वर्षों से लड़ाई लड़ते आ रहे हैं. श्री सोय ने कहा कि झारखंड अलग राज्य बनने के 23 वर्षों के बाद भी खनिज संपदा से संपन्न झारखंड की जनता भूखमरी अशिक्षित पलायन और बेरोजगारी की जिंदगी जीने को विवश हैं. मौके पर मंगल सिंह मुंडा, सारंगधर हेम्ब्रम, अगनु मुंडा, शिवशंकर सिंह मुंडा, सोनाराम मुंडा, मंगल सिंह मुंडा, डोमन हजाम, मोहन सिंह मुंडा, मोगान मुंडा, बृजमोहन गागराई, एतवा मुंडा, गुरुवा मुंडा, अर्जुन लोहार, रतन मुंडा आदि उपस्थित थे.