खरसावां: पूर्व विधायक और बीजेपी के समर्पित नेता मंगल सिंह सोय ने एकबार फिर से खरसावां विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की इक्षा जाहिर की है. इसको लेकर उन्होंने जिलाध्यक्ष को आवेदन दिया है. हालांकि उन्होंने पहली प्राथमिकता पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को देने की मांग की है. श्री सोय ने कहा कि यदि मुंडा जी चुनाव नहीं लड़ते हैं तो उन्हें प्राथमिकता मिलनी चाहिए.
आखिर क्यों की सोय ने दावेदारी
दरअसल पिछले दो विधानसभा चुनाव में बीजेपी को खरसावां में हार का मुंह देखना पड़ा है. मंगल सिंह सोय भाजपा के एक ऐसे नेता जिन्होंने विधायक रहते हुए राज्य के हित में झारखंड के मुख्यमंत्री के लिए अपनी विधायकी छोड़ दी और आज भी भाजपा के लिए सक्रिय योगदान लगातार जारी रखते हुए क्षेत्र की जनता की समस्याओं के समाधान में लगे हुए हैं. खरसावां और सरायकेला के मध्य गोण्डपुर गांव में पले- बढ़े युवा मंगल झारखंड आंदोलन में अर्जुन मुंडा के साथ सक्रिय हुए. 1995 में अर्जुन मुण्डा को विधायक बनाने में सहयोगी रहे. बाद में भाजपा के राष्ट्रीय विचारधारा की राजनीति से जुड़कर 2000 में भाजपा से मुण्डा जी को विधायक बनाने में सहयोगी रहे. इस बीच देश में एक बड़ा परिवर्तन हुआ स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी. अलग झारखंड राज्य बना. हालांकि कुछ वर्षो के बाद केंद्र और राज्य की राजनीति में उथल पुथल रहा. 2009 मंगल सोय के जीवन में एक बड़ा परिवर्तन लाया. भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने का मौका हाथ लगा. विधायक भी बन गए. बहुत जल्द ही झारखंड की राजनीति के लिए मंगल सिंह सोय ने भरत की भूमिका निभाते हुए विधायक का पद छोड़कर अर्जुन मुण्डा के छोड़ दिया. उसके बाद अर्जुन मुंडा ने यहां से जीत दर्ज की. एक सरल स्वभाव और संगठन के प्रति समर्पित त्यागी व्यक्तित्व के धनी मंगल सोय आज भी लोगों के सुख दुःख में शामिल होकर जनप्रतिनिधि की भूमिका निभाते हैं. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि खरसावां को लेकर बीजेपी शीर्ष नेतृत्व क्या निर्माण लेती है.