जमशेदपुर: अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश कमेटी द्वारा लिए गए निर्णयानुसार आगामी 5 अगस्त से मुख्यमंत्री के समक्ष अपने तीन सूत्री मांगों को लेकर प्रस्तावित आमरण अनशन के संबंध में राज्यस्तरीय वरीय शिक्षक प्रतिनिधि एवं प्रदेश सलाहकार समिति सदस्य सुनील कुमार के नेतृत्व में संघ का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को सैकड़ों शिक्षकों के साथ स्वास्थ्य एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री बन्ना गुप्ता से उनके जमशेदपुर स्थित आवासीय कार्यालय में मिलकर ज्ञापन सौंपते हुए अपनी मांग रखते हुए सरकार से सकारात्मक पहल करने की अपील की.
सुनील कुमार ने मंत्री बन्ना गुप्ता को 22 नवंबर 2022 को उनकी उपस्थिति एवं पहल पर मुख्यमंत्री के साथ संघ के प्रतिनिधिमंडल की संपन्न वार्ता तथा उस वार्ता में मुख्यमंत्री से आश्वासन मिलने के बावजूद अब तक उक्त तीनो समस्याओं का समाधान नहीं होने की ओर ध्यान आकृष्ट कराया एवं ससमय मांगों का निराकरण नहीं होने के कारण बाध्य होकर संघ के निर्णयानुसार 5 अगस्त से मुख्यमंत्री के समक्ष रांची में आमरण अनशन पर बैठने की जानकारी दी.
संघ के सदस्यों की बातों को गंभीरता पूर्वक सुतने के बाद मंत्री बन्ना गुप्ता ने शिक्षा सचिव उमाशंकर से फोन पर एमएसीपी, वेतन विसंगति आदि मामलों पर बिन्दुवार जानकारी हासिल की. सचिव से मंत्री ने कहा कि 2022 में उनकी उपस्थिति में माननीय मुख्यमंत्री ने उक्त समस्याओं के समाधान का आश्वासन शिक्षक संघ को दिया था तथा उस आश्वासन पर शिक्षकों ने अपना आंदोलन समाप्त किया था इसके बावजूद अभी तक शिक्षकों को एमएसपी क्यों नहीं मिला, शिक्षकों को एमएसीपी देने में क्या परेशानी है ? इस पर शिक्षा सचिव ने कहा कि एमएसीपी के संबंध में फाइल बढ़ाई गई थी परंतु अत्यधिक वित्तीय बोझ का हवाला देते हुए फाईल वित्त विभाग से लौटा दी गई थी. शिक्षा सचिव ने यह भी कहा कि इसके लिए पुनः एक बार वित्त सचिव तथा सभी स्टेकहोल्डर की एकसाथ एक मीटिंग आयोजित कर सहमति बनाने की आवश्यकता है. मंत्री ने इस दिशा में विभाग को शीघ्र पहल करने का निर्देश दिया. शिक्षकों ने बताया कि संगठन हित में आज की वार्ता काफी सकारात्मक तथा उत्साहवर्धक रही. विदित हो कि संघ शिक्षकों के लिए एमएसीपी लागू करने, छठे वेतनमान में व्याप्त विसंगति का निराकरण करने और शिक्षकों का अंतर जिला स्थानांतरण करने की मांग को लेकर आंदोलित हैं.