कुचाई: बुधवार को आदिवासी संगठनों द्वारा आहूत एकदिवसीय कोल्हान बंद का कुचाई में भी असर देखने को मिला. बंदी के दौरान बंद समर्थक व थाना प्रभारी में बहस भी हुई. इसके पश्चात लोगों ने थाना प्रभारी को निलंवित करने की मांग को लेकर धरना दिया. बाद में एसडीपीओ संतोष कुमार मिश्रा ने मौके पर पहुंच कर मामले को शांत कराया.
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को यहां सुबह से ही बाजार बंद रहा. इस दौरान करीब 11 बजे बंद समर्थक व कुचाई थाना प्रभारी यशवंत कुमार के बीच बहस हो गयी. उसके बाद बंद समर्थक कुचाई चौक पर धरने पर बैठ गए. उन्होंने थाना प्रभारी पर दुर्व्यवहार करने व जेल भेजने की धमकी देने का आरोप लगाया. मामले की गंभीरता को देखते हुए सूचना मिलते ही एसडीपीओ संतोष मिश्रा कुचाई थाना पहुंचे. जहां बंद समर्थकों ने थाना प्रभारी को निलंबित करने की मांग करने लगे. इससे पूर्व कुचाई बीडीओ साधु चरण देवगम भी मौके पर पहुंचे और बंद समर्थकों को समझाने का प्रयास किया, परंतु वे नहीं माने.
बाद में सरायकेला के एसडीपीओ संतोष मिश्रा ने कुचाई पहुंच कर बंद समर्थकों को समझा-बुझा कर मामला शांत कराया. धरना पर बैठे लोगों ने एसडीपीओ को ज्ञापन सौंप कर कुचाई थाना प्रभारी को निलंवित करने तथा कुचाई एक अनुसूचित जनजाति बहुल प्रखंड होने के कारण यहां आदिवासी हितैशी थाना प्रभारी के पदस्थापना करने की मांग की. मांग पूरी नहीं होने पर पांच अगस्त को आंदोलन करने की चेतावनी भी दी. इस दौरान मुख्य रुप से बुधराम सोय, विनोद बिहारी कुजूर, मनोज सोय, राजेश गागराई, घनश्याम सोय, तुलाम सोय समेत दो दर्जन से अधिक लोगों ने हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन सौंपा है. इसके बाद जाकर धरना समाप्त हुआ.