सरायकेला: सड़क निर्माता कंपनी जेआरडीसीएल (JRDCL) की मनमानी सब पर भारी पड़ रही है. उसे न तो प्रशासन की परवाह है न जनप्रतिनिधियों की. लोग सड़कों पर मिलने वाले नागरिक सुविधाओं के लिए अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के पास फरियाद लगाते हैं. अधिकारी और जनप्रतिनिधि जब जेआरडीसीएल से संपर्क करने का प्रयास करते हैं तो जेआरडीसीएल के लापरवाह अधिकारी उसे अनसुना कर देते हैं. जिससे जान- माल का नुकसान हो रहा है.
बता दे की सरायकेला की सड़कों के रखरखाव और मेंटेनेंस का जिम्मा जीआईडीसीएल के पास है इसके एवज में जेआरडीसीएल टोल भी वसूलती हैं मगर नागरिक सुविधाओं के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है. चाहे एंबुलेंस सेवा का मामला हो या सड़क पर मार्गीय सुविधा की बात हो. जर्जर होते सड़कों को मरम्मत कराने का मामला हो, या सड़कों की साफ- सफाई का मामला, हर मामले में जेआरडीसीएल की ओर से लापरवाही बरती जा रही है. यही वजह है कि आए दिन सड़कों पर हादसे हो रहे हैं. रसूखदारों के इशारे पर बगैर प्रशासनिक स्वीकृति के जहां- तहां डिवाइडर को कट कर दिया जा रहा है. सर्विस रोड पर जहां- तहां गड्ढे कर छोड़ दिया गया है इसकी सुध भी नहीं ली जा रही है.
क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि
सरायकेला विधानसभा के विधायक प्रतिनिधि सनद कुमार आचार्य ने बताया कि हल्की बारिश में ही सरायकेला जिला मुख्यालय पहुंचने वाले मुख्य सड़क का हाल बेहाल हो चुका है. जेआरडीसीएल के अधिकारियों को कई बार निर्देश दिया गया है कि उक्त मार्ग को दुरुस्त किया जाए. साथ ही स्ट्रीट लाइट और हाई मास्ट लाइट को दुरुस्त कराया जाए मगर विभागीय अधिकारी लापरवाह है. कोलेबिरा के समीप रेलवे टनल के पास सड़क जर्जर हो चुका है. बरसात के दिनों में जल जमाव होने से राजगीरों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. इस ओर भी जेआरडीसीएल का ध्यान इंगित कराया गया है मगर उनके अधिकारी लापरवाह है.
कड़ा एक्शन लेना होगा: ओमप्रकाश
इस संबंध में जनकल्याण मोर्चा के अध्यक्ष जिला बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष ओमप्रकाश ने बताया कि जेआरडीसीएल के अधिकारी और कर्मचारी कितने लापरवाह और निकम्मी है कि उन्हें बार-बार पत्राचार करने के बाद भी ताल रोड पर नागरिक सुविधा मुहैया नहीं कर रहे हैं उनके खिलाफ अब एक्शन लेने की आवश्यकता है. जिले में हो रही सड़क दुर्घटनाओं में मौत के लिए सबसे ज्यादा अगर कोई जिम्मेदार है तो वह जेआरडीसीएल है कंदरा से लेकर आदित्यपुर तक एक भी स्ट्रीट लाइट नहीं जल रहा है सर्विस रोड का हाल बेहाल है ना तो नियमित साफ सफाई हो रही है ना ही एंबुलेंस की व्यवस्था है ऐसे में टोल टैक्स क्यों दिया जाए.
नागरिक सेवा के साथ कोई समझौता, कार्रवाई जरूरी: मनोज चौधरी
इधर भाजपा नेता और सरायकेला नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी ने भी जेआरडीसीएल की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने बताया कि जल्द ही उपायुक्त से मिलकर जेआरडीसीएल को ब्लैकलिस्टेड करने की मांग की जाएगी. नागरिक सुविधाओं के साथ किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता.
पत्राचार के बाद भी नहीं सुन रहे अब लिया जाएगा एक्शन: एसडीओ
इस संबंध में एसडीओ सुनील कुमार प्रजापति ने बताया कि जेआरडीसीएल के खिलाफ काफी शिकायतें मिली है. कई बार उनको बुलाया गया है मगर उनके अधिकारी नहीं आ रहे हैं. अब उन्हें लिखित नोटिस भेजा गया है. इसके बाद भी यदि जेआरडीसीएल के अधिकारी अपना पक्ष रखने नहीं आते हैं तो आगे विधि सम्मत एक्शन लिया जाएगा.