रांची: सोमवार को बुलाए गए विधानसभा के विशेष सत्र में सीएम हेमंत सोरेन ने विश्वास मत हासिल कर लिया है. हेमंत सोरेन ने सदन में 45 मत हासिल कर बहुमत साबित कर दिया है. वहीं विपक्ष इस दौरान बेल में आकर हंगामा करते रहे जिस वजह से उनके मतों की गिनती नहीं हुई. विधानसभा में विश्वाष मत के दौरान बोरियों विधायक लोबिन हेम्ब्रम और चमरा लिंडा ने भी सत्ता पक्ष के समर्थन में अपने हाथ खड़े किए और अपनी सहमति दी. जबकि विपक्ष ने वोटिंग से किनारा कर लिया.
इधर सोमवार को दोपहर बाद तीन बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक झामुमो कोटे से बेबी देवी, हफिजुल हसन, दीपक बिरुवा, मिथिलेश ठाकुर, बसंत सोरेन और बैजनाथ राम को मंत्री बनाया जा सकता है. वहीं गठबंधन दल से बन्ना गुप्ता, रामेश्वर उरांव, बादल पत्रलेख, दीपिका पांडेय सिंह, रामचंद्र सिंह, सत्यानंद भोक्ता को मंत्री बनाया जा सकता है. गौरतलब है कि आलमगीर आलम फिलहाल होटवार जेल में बंद है. उनकी जगह जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी को मंत्री पद दिया जा सकता है. क्योंकि आलमगीर आलम की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस कोटे का एक पद खाली हो गया है. ऐसे में विधायक इरफान अंसारी को मंत्री बनाया जा सकता है. विदित हो कि हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद विधायकों की सहमती से चंपाई सोरेन को सीएम बनाया गया था. चंपाई सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार में झामुमो से मिथिलेश ठाकुर, बसंत सोरेन, दीपक बिरुआ, बेबी देवी और हफीजुल हसन. वहीं कांग्रेस से डॉ रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख, जबकि राजद कोटे से सत्यानंद भोक्ता को मंत्रिमंडल में जगह दी गई थी.
ध्यान रहे कि जेल से बाहर आने के बाद हेमंत सोरेन ने 4 जुलाई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. एक दिन पहले ही यानी 3 जुलाई को चंपई सोरेन ने सीएम पद से इस्तीफा दिया था. कथित जमीन घोटाले से जुड़े मामले में झारखंड हाईकोर्ट ने सीएम हेमंत को जमानत दे दी थी. जिसके बाद 28 जून को हेमंत जेल से बाहर आए थे.
सदन में की चंपाई सोरेन की तारीफ
विश्वास मत के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर तीखे हमले किये. उन्होंने कहा कि जितना जोर लगाना था विपक्ष ने लगा लिया, अब उन्हें मौका नहीं मिलेगा. देश की जनता ने भाजपा को नकार दिया है. अब राज्यों की बारी है. महागठबंधन में शामिल घटक दल एकजुट है और राज्यों के चुनाव में भी बीजेपी को उखाड़ फेंकने को लेकर दृढ़ संकल्पित है. वही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के कार्यकाल की जमकर सराहना की. उन्होंने कहा कि जिस ईमानदारी और वफादारी से चंपई सोरेन ने सरकार चलाया वह काबिले तारीफ है. उनके अधूरे कार्यों को न केवल पूरा करूंगा बल्कि विपक्ष को भी करारा जवाब दूंगा.