खरसावां: मुख्यालय के सभागार में शुक्रवार को सरायकेला अनुमंडल पदाधिकारी सुनील कुमार प्रजापति की अध्यक्षता में सरकारी पूजा समिति की बैठक की गई. साथ ही खरसावां में 18 लाख की लागत से बने प्रभु जगन्नाथ का नए रथ देखने, रथयात्रा मार्ग का निरीक्षण किया. इसके अलावे खरसावां राजमहल परिसर, मौसीबाड़ी एवं गुंडिचा मंदिर का निरीक्षण कर कई दिशा- निर्देश दिया.
बैठक और निरीक्षण में एसडीपीओ संतोष कुमार मिश्रा, प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रधान माझी, अंचल अधिकारी शीला उरांव और अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे. मौके पर श्री प्रजापति ने कहा कि भगवान जगन्नाथ की सभी परंपराओं और अनुष्ठानों की निवार्हन करने के लिए उत्सुक है. प्रसिद्ध रथ यात्रा सभी के सहयोग से शांतिपूर्ण तरीके से पूरी की जायेगी. रथ यात्रा को लेकर प्रशासनिक तैयारी पूरी मुकम्मल है. रथ यात्रा में वॉलेंटियर तैनात रखने, वॉलेंटियरो को पहचान पर निर्गत करने, सड़क के दोनों तरफ फीलिंग कराने, आगामी 7 जुलाई से 15 जुलाई तक सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र खुला रखने, अस्पताल में चिकित्सक उपलब्ध रहने, रथयात्रा के दिन आगामी 7 जुलाई और 15 जुलाई को बाहुड़ा रथयात्रा पर शाम 4 बजे से रात्री 9 बजे तक बिजली काटने का निर्देश दिया. वहीं मौजूद लोगों ने रथ यात्रा के दिन ट्रैफिक व्यवस्था दुरूस्त रखने, जहां मेला लगेगा वहां की साफ- सफाई, पानी की व्यवस्था करने, रथयात्रा का प्रचार- प्रसार करने आदि की मांग की गई.
रथयात्रा पर दुरूस्त रहेगी विधि- व्यवस्था: एसडीपीओ
एसडीपीओ संतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि प्रभु जगन्नाथ की रथ यात्रा पर विधि- व्यवस्था दुरूस्त रहेगी. रथ यात्रा के दिन किसी भी तरह का कोई अफवाह ना फैलाएं. चप्पे- चप्पे पर पुलिस की तैनाती की जाएगी. रथ यात्रा के दिन आने- जाने वाले लोगों को किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हो इसका ध्यान रखा जाएगा.
रथ यात्रा पर होगा भजन संध्या व सांस्कृतिक कार्यक्रम
खरसावां में प्रभु जगन्नाथ की रथ यात्रा पर धार्मिक अनुष्ठानों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. ओड़िशा सरकार द्वारा खरसावां काली मंदिर प्रागण में आगामी 8 जुलाई को रात 8 बजे से रात्री 12 बजे तक भजन संध्या का आयोजन होगा. आगामी 11 जुलाई को हेरा पंचमी पर मां लक्ष्मी द्वारा रथ भगिनी के दिन प्रभु जगन्नाथ सेवा संस्थान द्वारा भजन संध्या कार्यक्रम होगा. जबकि आगामी 14 जुलाई को पुनः ओड़िशा सरकार द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा.
यह है रथयात्रा का धार्मिक कार्यक्रम
आगामी 7 जुलाई को सुबह 8 बजे से पारंपरिक विधि- विधान के तहत नेत्र उत्सव की पूजा- अर्चना होगी. उसके बाद प्रभु जगन्नाथ नवयौवन रूप में भक्तों को दर्शन देगे. शाम 4 बजे 18 लाख की लागत से निर्मित प्रभु जगन्नाथ के नए रथ का पूजा- अर्चना होगा. शाम 5 बजे जय जगन्नाथ के उदघोष एवं छैरा- पैरा परंपराओं के तहत प्रभु जगन्नाथ बहन सुभद्रा व बडे भाई बलराम की प्रतिमा को पूजनोपरांत एक- एक कर रथ पर विराजमान किया जाएगा. उसके बाद जगन्नाथ मंदिर से गुड़िचा मंदिर के लिए रथ यात्रा रवाना होगी. जबकि 11 जुलाई को हेरा पंचमी पर मां लक्ष्मी द्वारा रथ भगिनी तथा 15 जुलाई को श्री जगन्नाथ गुड़िचा मंदिर से श्री जगन्नाथ मंदिर तक बाहुड़ा यात्रा निकलेगी.
नए रथ पर गुंडिचा मंदिर पहुचेगे प्रभु जगन्नाथ
इस वर्ष प्रभु जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के साथ नए रथ पर सवार होकर अपने जन्म स्थान मौसीबाड़ी- गुंडिचा मंदिर पहुचेगे. गुंडिचा मंदिर में नौ दिन रहने के बाद पुन: रथ पर सवार हो कर अपने निज मंदिर को वापस लौटेगे. रथ यात्रा के दौरान आस्था की डोर को खींचने के लिये भक्तों को पूरे साल का इंतजार रहता है. रथ यात्रा का प्रसंग स्कंद पुराण, पद्म पुराण, पुरुषोत्तम माहात्म्य, बृहद्धागवतामृत में भी वर्णित है. शास्त्रों और पुराणों में भी रथ यात्रा की महत्ता को स्वीकार किया गया है.
ये थै मौजूद
एसडीओ सुनील कुमार प्रजापति, एसडीपीओं संतोष कुमार मिश्रा, बीडीओ प्रधान माझी, सीओ शीला उरांव, प्रमुख मनेन्द्र जामुदा, खरसावां थाना प्रभारी गौरव कुमार, आमदा ओपी प्रभारी अभिनाश कुमार, डीएसए सचिव मो. दिलदार, नंदु कुमार पांडेय, गोर्वधन राउत, सुशील सांडगी, राकेश दास, शम्भू मंडल, प्रभाकर मंडल, मुखिया सोनामनी पुर्ति, मुखिया सुनिता तापे आदि मौजूद थे.