कुचाई/ Ajay Mahato : कुचाई के दलभंगा में अपेमा पाहन बोंगा द्वारा अखाड़ा में तीन दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें आदिवासी मुण्डा रुढ़ि प्रथा और संस्कृति पर गहन प्रशिक्षण प्रदान किया गया.इस कार्यक्रम में कुल 39 मौजा के ग्राम प्रधान,मुण्डा-मानकी और अन्य प्रमुख व्यक्तित्व उपस्थित रहे. प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य मुण्डा समुदाय की प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर और रुढ़ियों को समझाना और उसे संरक्षित करना था.
इसे भी पढ़े
विशेषज्ञों द्वारा आदिवासी इतिहास,पारंपरिक रिति-रिवाज और समाज की संरचना पर विस्तार से चर्चा की गई.इसके साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों और अनुष्ठानों को भी प्रदर्शित किया गया.ताकि उपस्थित प्रतिभागी अपनी संस्कृति के प्रति अधिक जागरूक हो सकें और उसे आगे बढ़ा सकें.प्रशिक्षण के दौरान मुण्डा समुदाय के महत्वपूर्ण परंपराओं जैसे कि पाहन बोंगा,सामाजिक न्याय प्रणाली, और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया.
इस कार्यक्रम में उपस्थित ग्राम प्रधान और मुण्डा-मानकी ने इस पहल की सराहना की और इसे अपने-अपने गाँवों में लागू करने का संकल्प लिया.उन्होंने आश्वासन दिया कि वे अपने समुदाय के बीच इन महत्वपूर्ण शिक्षाओं को फैलाएंगे और अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.
Subscribe our YouTube channel
जिसमें प्रमुख रूप से 39 गांव के ग्राम प्रधान,मुंडा,मानकी,बुद्धिजीवी,समाज सेवी सहित सामाजिक अगुआ रविन्द्र मुण्डा ,सुखलाल मुंडा एंव माईनन पाहन सुखराम मुण्डा,एतवा मुण्डा,लखनलाल मुण्डा,भूषण मुण्डा,कुंवर सिंह मुण्डा,गुरूपद मुण्डा,दीना सांडिल,करम सिंह मुंडा,भरत सिंह मुंडा,धर्मेंद्र कुमार मुंडा आदि उपस्थित थे.