आदित्यपुर: पुलिस ने बीते 14 मई को टाटा स्टील के डंपिंग यार्ड में हुए दोहरे हत्याकांड मामले के आरोपी सिक्युरिटी गार्ड को भी गिरफ्तार कर मंगलवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. गार्ड का नाम बृजबिहारी सिंह है जो गम्हरिया के आदर्श नगर का रहनेवला बताया जा रहा है. पुलिसिया तफ्तीश में इस बात की पुष्टि हुई कि घटना में मारे गए कथित चोर सुरक्षाकर्मी की गोली से ही मरा था उसके बाद पुलिस ने सुरक्षाकर्मी बृजबिहारी सिंह को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
आपको बता दें कि इससे पूर्व बीते रविवार को पुलिस ने पे लोडर चालक अभय सिंह हत्याकांड के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पुलिस की गिरफ्त में आए अपराध कर्मियों में 22 वर्षीय बादल गोप और 19 वर्षीय विश्वास मुखी उर्फ बोका शामिल है. बादल गोप एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी है और इससे पूर्व तीन बार जेल जा चुका है. दोनों की गिरफ्तारी बागानपाड़ा से हुई है. पुलिस की माने तो चालक हत्याकांड में कुल 7 अपराधियों के नाम सामने आए हैं. इनमें से दो को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है, जबकि पांच की तलाश जारी है. थाना प्रभारी नितिन कुमार सिंह ने बताया कि घटना में मारे गए कथित चोर गोविंदा कालिंदी उर्फ गोगो की मौत सिक्योरिटी गार्ड के गोली से हुई थी. उन्होंने बताया कि पहले गोगो की गोली लगने से मौत हुई थी उसी का बदला लेने सभी सातों अपराधी डंपिंग यार्ड में घुसे थे. जहां पे लोडर चालक अभय सिंह की पीट- पीट कर हत्या कर दी थी. मामले में पेलोडर चालक की पत्नी ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिक की दर्ज कराई है. फिलहाल मामला अनुसंधान में है. जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
विदित हो कि बीते मंगलवार को टाटा स्टील के डंपिंग यार्ड में ठेका कर्मी पेलोडर चालक अभय सिंह की निर्मम हत्या हुई थी. साथ ही एक अन्य युवक जिसका नाम गोविंद कालिंदी उर्फ गोगो था उसकी भी गोली लगने से मौत हुई थी. टाटा स्टील गोगो हत्याकांड से पल्ला झाड़ने हुए कहा था कि उसके सिक्योरिटी गार्ड ने गोली नहीं चलाई है युवक की मौत कैसे हुई इसकी जानकारी हमें नहीं है. इधर चालक अभय सिंह की हत्या मामले में भी प्रबंधन ने पल्ला झाड़ लिया. हालांकि बाद में स्थानीय नेताओं की मौजूदगी में चालक के परिजन को मुआवजा और नौकरी देने पर सहमति बनी. उसके बाद परिजन चालक के शव को अपने साथ बिहार लेकर चले गए. इस बीच लोगों के जेहन में कई सवाल कौंध रहे थे मसलन दो- दो हत्या कैसे हुई. इसपर से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है. तफ्तीश के क्रम में पता चला कि गोविंदा कालिंदी डंपिंग यार्ड में चोरी की नीयत से घुसा था. इस दौरान वहां तैनात सिक्योरिटी गार्ड ने उसपर गोली चला दी, जिससे उसकी मौत हो गई. इसके प्रतिशोध में स्क्रैप माफियाओं ने लोडर चालक अभय सिंह की पत्थर से कूचकर यार्ड परिसर में ही हत्या कर दी. मतलब साफ है कि इलाके में स्क्रैप माफियाओं का दबदबा है. जिसे किसी का खौफ नहीं है. वैसे देखना यह दिलचस्प होगा कि पुलिस इन स्क्रैप माफियाओं के आकाओं तक पहुंच पाती है या नहीं. फिलहाल पुलिस ने दोहरे हत्याकांड से पर्दा जरूर उठा दिया है.