आदित्यपुर: लोकसभा चुनाव की तपिश के आगे 45 डिग्री का पारा भी कोई मायने नहीं रखता. सियासी दल जहां राजनीतिक बिसात बिछाने में मशगूल हैं वहीं सरकारी मातहत चुनाव का प्रतिशत बढाने में व्यस्त हैं. जनता की समस्या से किसी को कोई सरोकार नहीं है. यहां हम बात कर रहे हैं आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र की. जहां का कमोबेश हर वार्ड पानी की समस्या से जूझ रहा है. वैसे टैंकर से जलापूर्ति करने का दावा नगर निगम की ओर से किया जा रहा है जो नाकाफी है. प्रचंड गर्मी की वजह से जलस्तर पाताल में जा चुका है. सरकारी बोरिंग सूख चुके हैं. यहां हर घर नल योजना कागजों के धूल फांक रही है.
शनिवार को वार्ड संख्या 20 काली मंदिर बाजार की जनता के सब्र का बांध टूट गया और सभी पानी की मांग को लेकर हाथों में बैनर- तख्ती लिए नगर निगम कूच किया. इन्होंने पानी नहीं तो वोट नहीं का नारा बुलंद किया. वैसे जनप्रतिनिधि यहां किस मुंह से वोट मांगने आएंगे यह देखना दिलचस्प होगा.
आपको बता दें कि आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में जलापूर्ति के लिए तत्कालीन रघुवर दास की सरकार ने हरी झंडी दी थी. मगर रघुवर दास की सरकार गए 5 साल बीतने को हैं. जलापूर्ति के लिए निर्धारित समय सीमा पार हो चुकी है, मगर एक भी वार्ड में पानी नहीं पहुंच सका है. ऐसे में लोगों की नाराजगी जायज है. लगभग हर वार्ड के लोग पानी के लिए त्राहिमाम कर रहे हैं. सिंहभूम संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र आता है. यहां से इस बार गीता कोड़ा बीजेपी से और जोबा माझी इंडिया महागठबंधन की प्रत्याशी हैं. इससे पूर्व गीता कोड़ा कांग्रेस की सांसद थी, मगर अब वे बीजेपी के टिकट से चुनावी मैदान में हैं.