आदित्यपुर: चुनावी मौसम में सूर्य देव अपना रौद्र रूप धारण किये हुए हैं. कोल्हान सहित पूरे राज्य की जनता भीषण गर्मी का मार झेल रही है. उधर पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. शायद ही कोई ऐसा इलाका हो जहां पानी को लेकर लोग बेहाल न हों. आम दिनों में पानी की समस्या राजनेताओं के लिए अवसर पैदा करते हैं, मगर इस साल नेताजी चुप हैं.
यहां हम बात कर रहे हैं सरायकेला जिले के आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र की. अमूमन हर साल गर्मियों में यहां पानी की घोर किल्लत होती है. मगर इसपर राजनीति भी खूब देखने को मिलते हैं. चुने हुए जनप्रतिनिधि जहां नगर निगम पर दबाव बनाकर अपने वार्डों में अधिक से अधिक टैंकर द्वारा जलापूर्ति कराते नहीं थकते तो विपक्ष के नेता अपने निजी खर्चे से अपने चहेते वार्डों में जलापूर्ति कराकर अखबारों की सुर्खियों में बने रहते हैं. इस साल आदित्यपुर में न तो चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं, न विपक्ष की राजनीति करनेवाले नेता दिलचस्पी दिखा रहे हैं. न कोई समिति अबतक सामने आया है, न कोई कमेटी, न कोई मोर्चा जलापूर्ति के लिए मुखर होकर बोल रहा है न कोई मेमोरियल ट्रस्ट ही लोगों का दर्द बांटने आगे आ रहा है. कुल मिलाकर नगर निगम ही जरूरतमंद वार्डों में टैंकर से जलापूर्ति करा रही है. न कोई हो न हंगामा. हर जरूरतमंदों तक नियमित जलापूर्ति हो रही है. ऐसे में निगम क्षेत्र की जनता को समझना होगा कि नेता तभी आपकी मदद के लिए आगे आएंगे जब उनकी तस्वीर अखबारों में छपेगी.