सरायकेला/ Pramod Kumar Singh : सरायकेला के सरस्वती शिशु मंदिर उच्च विद्यालय के शांतिकुंज में रविवार को अभिभावकों की एक बैठक आयोजित की गई. यह बैठक प्रणव कुमार सिंहदेव की अध्यक्षता में हुई. वंदना के बाद विद्यालय के प्रधानाचार्य पार्थ सारथी आचार्य ने सभी आचार्य-दीदी का परिचय दिया. इसके बाद विद्यालय के उप प्रधानाचार्य तुषार कांत पति ने बैठक की रूपरेखा और उद्देश्य के बारे में बताया.
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह बैठक बैठक हमारे नए भाई-बहनों के उत्थान को ध्यान में रखते हुए आयोजित किए गए है. सभी अभिभावकों के सहयोग से ही सभी के उत्थान में सहयोग कर सकते हैं. विद्यालय में पठन-पाठन के साथ अच्छे संस्कार को ध्यान में रखकर शिक्षा प्रदान की जाती है. वहीं इस अवसर पर प्रधानाचार्य पार्थ सारथी आचार्य ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यालय संचालन के चार स्तंभ में से अभिभावक का महत्वपूर्ण स्थान है.
उन्होंने कहा कि अभिभावकों के सहयोग से ही भइया-बहनों की प्रगति संभव हो सकती है. बच्चों के प्रगति का दायित्व हमारे साथ-साथ आपका भी होनी चाहिए. आज हमारे बच्चे शिक्षा तो ग्रहण करते हैं, मगर हमारी संस्कृति को भूल रहे हैं. हम शिक्षा के साथ-साथ संस्कृति, अनुशासन, व्यवहार और चरित्र निर्माण में बल देते हैं. प्रधानाचार्य महोदय ने बच्चों के प्रति अभिभावकों के कर्तव्य को पूरे विस्तार से प्रस्तुत किए.
अंत में अध्यक्ष प्रणव कुमार सिंहदेव ने अपना विचार रखते हुए कहा की हमारे बच्चे कच्ची मिट्टी के समान हैं, जिसे आचार्य- दीदी जी रूपी कुम्हार तरह-तरह के रूप और आकार में उसे परिवर्तित करते हैं. बच्चों को आगे बढ़ाने में, उनके भविष्य के निर्माण में हम अभिभावकों का भी बहुत महत्व है. हमें बच्चों को सही दिशा निर्देशित कर उनके भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए अपना महत्वपूर्ण सहयोग हमेशा देते रहने चाहिए.अंत में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम गायन के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई.