चांडिल/ Sumangal Kundu : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र स्थित दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी नीमडीह थाना क्षेत्र में पड़ने वाले दलमा गज परियोजना के एक हिस्से में बीते दो दिनों से आग लग गई है. इस आग से जंगल की बीट ऊपर पितकी, बातकोमकोचा, तनकोचा समेत आसपास के जंगलों में रहने वाले वन्य जीव जंतु जंगल छोड़कर तराई की ओर पलायन कर रहे है.
यह आग प्रत्येक वर्ष लग जाती है जिससे जीव जंतु का पलायन शुरु हो जाता है. इस आग से एक और जहां पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है वहीं कई प्रजाति के कीमती पौधे जल जाते है. साथ ही हाथी की पोष्टिक भोजन जेसे घास, दूधीलता, शाल के पेड़, गलगल, पाईजन का पेड़ प्रति बर्ष नष्ट हो जाते है. आलम यह है कि हाथियों के लिए संरक्षित इस जंगल में हाथी ही नदारद है. प्रत्येक वर्ष गजराज की जनगणना भी होती है परंतु गजराज का झुंड नही रहने पर वन विभाग द्वारा जन गणना में हाथी की उपस्थित नही दिखा पाते है.
भीषण गर्मी के समय आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग द्वारा फायर वाचार की टीम बनाई गई है जो आग पर काबू पाने का काम करती है. पर फायर वाचर भी इसपर कुछ नही कर पाते है. इस सेंचुरी में पोष्टिक भोजन की पर्याप्त मात्रा में नही मिलने के कारण कई वर्षो से गजराज का झुंड सेंचुरी से भटक कर सेंचुरी से सटे छोटे बड़े जंगल में आश्रय लिए हुए है. एक दशक था ,जब गज परियोजना में विभिन्न तलाब और जल स्रोत में हाथियों के झुंड को विचरण करते देखा जाता था. पर्यटकों के लिए उत्साह का माहौल बना रहता था. आज जो भी पर्यटक जंगल में सफारी करने पहुंचते है उन्हें हाथी नजर ही नहीं आते.