कुचाई/ Ajay Mahato प्रखंड के विभिन्न गांवो में हर्षोल्लास के साथ सरहुल महापर्व मनाया गया. कुचाई के जिलिंगदा में उरावं सरना समिति, सरना समिति पोड़ाकाटा, बकास्त मुंडारी खुंटकटी क्षेत्र 39 मौजा दलभंगा एवं आदिवासी सामाजिक मंच कुचाई द्वारा धूमधाम के साथ सरहुल महापर्व मनाया गया. इसमें समाज के लोगों ने एकजुट होकर सरना धर्म के पारम्परिक रीति- रिवाज के तहत पूजा-अर्चना की.
इस दौरान कुचाई के विभिन्न सरना स्थल तक शोभा यात्रा निकाली गई. सरहुल महोत्सव को संबोधित करते हुए खरसावां विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि सरहुल सिर्फ एक त्यौहार भर नहीं है, बल्कि प्राणियों के साथ प्रकृति के अटूट संबंध को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि सरहुल सूर्य का पृथ्वी के विवाह के रूप में मनाया जाता है. होली के बाद हर गांव में अलग- अलग दिनों में सरहुल का आयोजन होता है.
महोत्सव में जिलिंगदा, पोंड़ाकाटा, दलभंगा, कुचाई,आदि गांवो से पहुचे नृत्य मंडलीयों ने भव्य नृत्य की प्रस्तुती दी. मौके पर सांसद प्रतिनिधि लखीराम मुंडा, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह मुंडा, विधायक प्रतिनिधि भारत सिंह मुंडा, प्रमुख गुड्डी देवी, समाजसेवी बासंती गागराई, मुखिया करम सिंह मुंडा, मुखिया मंगल सिंह मुंडा, मुखिया रेखा मनी उरांव, मुन्ना सोय, दशरथ उरांव, सुरेश सोय, गोलाराम लोवादा आदि मौजूद थे.