पटना सिटी/ Sudhanshu Ranjan भारत सरकार ने हाल ही में सर्वाइकल कैंसर के लिए मुफ्त वैक्सीन को घोषणा की है. हालांकि, कई महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर के बारे में जानकारी नहीं है और जिन महिलाओं को जानकारी वह इस बारे में बात नही करती. शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर पटना की डॉ श्वेता अग्रवाल ने महिलाओं में इस बीमारी के रिस्क फैक्टर्स और इससे बचाव के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया.
डॉ श्वेता कहती है कि एक रिपोर्ट के अनुसार देश में कुल 3.40 महिलाएं सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित है वहीं हर साल यह संख्या 1.40 लाख से बढ़ रही है. एक स्क्रीनिंग कैंप भी लगाया गया है जहां महिलाएं जांच करा सकती है. यह दूसरा सबसे कॉमन कैंसर है जो महिलाओं में पाया जाता है.
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डॉ श्वेता बताती है कि ज्यादातर महिलाएं इसके लिए जागरूक नहीं है वहीं 70 प्रतिशत लोग इसके बारे में जानती नही है और जो जानते है वह इस बीमारी को हल्के में लेते है. कई महिलाएं इस लिए ध्यान नहीं दे पाती क्योंकि वह बच्चो या नौकरी के अलावा अन्य कामों में व्यस्त हो जाती है. उन्होंने बताया कि 45 वर्ष तक कि उम्र में महिलाएं इस वैक्सीन को ले सकती है. 9 से 14 वर्ष तक की किशोरियों को यह वैक्सीन अवश्य लगवा लेनी चाहिए. इसके बाद 27 वर्ष तक भी ठीक है पर 27 वर्ष के बाद डॉक्टर से परामर्श कर ही इस वैक्सीन को लगवाए.
65 वर्ष तक उम्र तक जांच करवाते रहना चाहिए. डॉ श्वेता कहती है कि कभी कभी इस कैंसर का कोई लक्षण नहीं होता. जांच करने पर ही इसका पता चल पता है. पर ज्यादातर अनियमित पीरियड, ज्यादा रक्तश्रव इसके लक्षण हो सकते है. अगर ऐसा हो तो तुरंत इसकी जांच करवा लेनी चाहिए.
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डॉ श्वेता (कैंसर स्पेशलिस्ट)