आदित्यपुर: बीते शनिवार की रात आरआईटी थाना क्षेत्र के अर्थ एनक्लेव में हुए छह घरों में करोड़ों के नगदी और जेवरात चोरी मामले में 48 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ अबतक खाली हैं. जिससे सोसायटी वासियों में नाराजगी है. इधर बिल्डर के खिलाफ भी लोगों में नाराजगी देखी गई.
बिल्डर के खिलाफ रेरा में जाने की तैयारी
आपको बता दें कि अर्थ एनक्लेव रसूखदारों की सोसायटी है. इसमें बड़े- बड़े रसूखदार लोग रहते हैं, मगर उनके अंदर बिल्डर के प्रति नाराजगी है. सोसायटी वासियों ने बताया कि एग्रीमेंट के मुताबिक उन्हें यहां कोई सुविधा नहीं दी जा रही है. फ्लैट और डुप्लेक्स के दीवारों में चार साल में ही दरारें आने लगी है. मेंटेन शून्य है और सिक्युरिटी सिस्टम भगवान भरोसे है. आसानी से कोई भी बाउंड्री फांदकर सोसायटी में प्रवेश कर सकता है जिसका प्रमाण शनिवार की रात सामने आया गया है. सोसायटी वासियों में इसको लेकर जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है. लोग रेरा (रियल एस्टेट रेग्युलेटरी ऑथरिटी) में बिल्डर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं. पीड़ित लोगों ने बताया कि घटना के बाद न तो बिल्डर उन्हें सहानुभूति देने पहुंचे न ही बिल्डर का कोई आदमी अबतक हाल- चाल जानने आया है.
जानें किन किन घरों में हुई चोरी
चोरों ने महेश्वर सहाय (फ्लैट नंबर 304) आरए बहादुर (फ्लैट नंबर 104) पवन कुमार (फ्लैट नंबर 404) संजय कुमार (फ्लैट नंबर 403) रंजीत सिन्हा (फ्लैट नंबर 406) और गीता दास (फ्लैट नंबर 201) को अपना निशाना बनाया है. फ्लैट नम्बर 304, 104 और 404 में चोरों ने जेवरात और नगदी सहित लाखों के कीमती सामान उड़ाए हैं. इसमें पुस्तैनी जेवरात भी शामिल हैं. 403, 406 और 201 का केवल ताला टूटा है, क्योंकि उसमें कुछ समान नहीं थे. सभी गृहस्वामी बाहर गए हुए थे. हालांकि चोरों की हरकत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, मगर चोरों ने सीसीटीवी कैमरे के साथ भी छेड़ छाड़ किया है. चोरों ने अपने जूते से सीसीटीवी कैमरे को ब्लॉक कर दिया था. वैसे अन्य कैमरों में चोरों की हरकत कैद हुई है जिसके आधार पर पहुंची पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी है. बताया जाता है कि फोरेंसिक टीम ने जांच की है और कुछ फिंगरप्रिंट कलेक्ट किए हैं. चोरों ने कितने इत्मीनान से घटना को अंजाम दिया इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक फ्लैट में रखे शराब की बोतल से उन्होंने शराब निकालकर पिया और छः फ्लैटों के ताले तोड़े. सबसे बड़ी बात ये है कि चोरों ने उन्हीं फ्लैटों को निशाना बनाया जिसके स्वामी या तो बाहर गए थे या जो यहां नहीं रहते हैं. मतलब चोरों को सोसाइटी के हर गतिविधि की जानकारी थी. उससे भी बड़ी हैरानी इस बात की है कि करीब दो घंटे तक चोरों ने सोसायटी में तांडव मचाया और इस दौरान सोसायटी के लोगों को भनक तक नहीं लगी.
नए एसपी व थानेदारों के लिए बड़ी चुनौती
आपको बता दें कि आरआईटी में चोरी की यह दूसरी बड़ी वारदात है. इससे पूर्व करीब चार साल पहले एमआईजी- 79 में करीब 25 लाख के नगदी और जेवरात चोरी की घटना हुई थी जिसका पुलिस आजतक सुराग लगा पाने में विफल रही है. इस बीच सात आईपीएस अधिकारी इधर से उधर हो चुके हैं. तीन थानेदार बदल चुके हैं. 48 घंटे पूर्व नए एसपी के रूप में मनीष टोपनो ने पदभार संभाला है. उनके पदभार ग्रहण करते ही जिले की सबसे बड़ी चोरी की वारदात हुई है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि पुलिस इसका खुलासा कब तक करती है. वैसे चुनौती एसडीपीओ, आदित्यपुर और आरआईटी थानेदारों के लिए भी बड़ी है. सभी जिले में नए हैं और उनके लिए यह अग्निपरीक्षा होगी. एसडीपीओ दिलीप ख़लको ने बताया कि कुछ सुराग मिले हैं मगर अभी पुख्ता तौर पर कुछ भी कहना सही नहीं होगा. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लोकल अपराधियों की पहचान की जा रही है, मगर इसमें लोकल अपराधियों का हाथ नहीं हो सकता है इसके लिए जांच का दायरा बढ़ाया गया है. फिलहाल मामले की जांच चल रही है. जल्द ही इसका खुलासा किया जाएगा.