आदित्यपुर: नगर निगम के वार्ड 17 स्थित न्यू लाइफ नर्सिंग होम पर प्रसूता के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को परिजनों ने नर्सिंग होम में हंगामा शुरू कर दिया. घंटों हंगामा करने के बाद भी जब प्रबंधन ने जिम्मेदारी नहीं ली तब प्रसूता को लेकर परिजन आदित्यपुर थाना पहुंचे. जहां महिला के पति ने डॉक्टर वीणा सिंह के खिलाफ गलत इलाज और सर्जरी के नाम पर मोटी रकम वसूलने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है. वैसे महिला की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है.
क्या है मामला
महिला के पति विशाल वर्धन ने बताया कि उनकी पत्नी जब पहले महीने की गर्भ से थी तभी से वे डॉ वीणा सिंह के यहां इलाज करा रहे थे. बीते 22 जनवरी को प्रसव पीड़ा होने पर वे अपनी पत्नी को नर्सिंग होम लेकर पहुंचे. जहां सिजेरियन के जरिये उनके बच्चे का जन्म कराया गया. डॉ वीणा सिंह ने ऑपरेशन किया था और इसके एवज में 33 हजार रुपए जमा कराए थे. फिर 26 जनवरी को पत्नी को डिस्चार्ज कर दिया. उसके बाद 29 जनवरी को टांका खोल दिया गया. पुनः 1 फरवरी को ऑपरेशन के जगह पर दर्द होने और वहां से रक्तस्राव होने पर नर्सिंग होम पहुंचने पर डॉ वीणा सिंह ने टीएमएच ले जाने की बात कही. जब मैंने कहा कि आपने शुरू से ईलाज किया है आप ही कोई वैकल्पिक रास्ता निकालें तब उन्होंने कहा कि बाहर से सर्जन बुलाना पड़ेगा इसके लिए 33 हजार फिर जमा कराने होंगे. उन्होंने बताया कि 29 हजार किसी तरह से जुगाड़ करके जमा कराया तब डॉ एएस जंग बहादुर को बुलाया गया और 2 फरवरी को दुबारा सर्जरी किया गया. इस क्रम में स्टिच अंदर ही छोड़ दिया गया जिससे मेरी पत्नी को फिर से दर्द होने लगी. आज जब इसकी शिकायत लेकर डॉ वीणा सिंह के पास पहुंचा तो उन्होंने उल्टा मुझे फटकार लगाते हुए जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया और कहा कि तुमलोगों की लापरवाही की वजह से तुम्हारी पत्नी की ऐसी स्थिति हुई है इसे यहां से लेकर जाओ मैं कुछ नहीं कर सकती. उन्होंने कहा कि जब डॉक्टर को स्टिच दिखाने गया था उसी दौरान कंपाउंडर द्वारा स्टिच खींचकर निकाला गया जिससे फिर से उनकी पत्नी का रक्तस्राव होने लगा. बावजूद इसके डॉ ने कोई सहानुभूति नहीं दिखाया, उल्टा उन्हें ही फटकार लगाते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया. उन्होंने पुलिस को दिए आवेदन में इंसाफ की मांग की है.
सुनें क्या कहना है महिला के पति का
विशाल वर्धन (महिला का पति)
कहा कहना है डॉ. वीणा सिंह का
इधर मामले को लेकर वीणा सिंह ने बताया कि ईलाज में किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरती गई है. प्रसूता का प्रॉपर ख्याल नहीं रखा गया जिससे उसे प्रॉब्लम हुई है. मगर ऐसी बात नहीं है कि मरीज की स्थिति नाजुक है. परिजन बेवजह मामले को तूल दे रहे हैं. मरीज की जांच की गई और उसे दवा व मलहम भी दिया गया है. फिर भी यदि उन्हें लगता है कि ईलाज में लापरवाही हुई है तो वे किसी भी अस्पताल में ईलाज कराने के लिए स्वतंत्र हैं. स्टिच पूरी तरह से सुरक्षित है और कोई धागा नहीं छोड़ा गया है.
सुनें डॉ वीणा सिंह ने क्या कहा
डॉ वीणा सिंह