आदित्यपुर: पानी की समस्या को लेकर वोट बहिष्कार का ऐलान करने के बाद सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा की तंद्रा भंग हुई और रविवार को पूरे लाव- लश्कर के साथ आदित्यपुर नगर के वार्ड- 17 में बैठक कर लोगों की समस्याओं से अवगत हुई. इस दौरान सरायकेला- खासावां कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष अंबुज कुमार, तृषाणु राय, सुरेशधारी, जगदीश नारायण चौबे, रमेश बलमुचू सहित अन्य कांग्रेसी नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे.
लोगों ने पानी की समस्याओं से सांसद को अवगत कराते हुए सामाधन की मांग की. सांसद ने लोगों को भरोसा दिलाया कि अब नगर निगम के खिलाफ मुहिम चलाई जाएगी. उन्होंने कहा कि कई बार नगर निगम क्षेत्र की समस्याओं को लेकर नगर निगम के बोर्ड बैठक में और प्रशासक से मिलकर सामाधन कराने का निर्देश दिया गया मगर निगम ने गंभीरता से नहीं लिया. इसकी वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि अब निर्देश नहीं एक्शन होगा. जनता की आवाज बनूंगी और उनके आंदोलन में शामिल होकर इंसाफ दिलाऊंगी.
पूर्व पार्षद के खिलाफ शिकायतों का अंबार
इस दौरान वार्ड- 17 के इंदिरा बस्ती के लोगों ने पूर्व पार्षद नीतू शर्मा के खिलाफ शिकायतों की झड़ी लगा दी. लोगों ने पानी- बिजली सड़क जैसी सुविधाओं में पार्षद पर भेदभाव का आरोप लगाया. लोगों ने सांसद को बताया कि नगर निगम द्वारा टैंकर से जलापूर्ति की जाती है, मगर पूर्व पार्षद ने अपने कार्यकाल में रसूखदारों के यहां जलापूर्ति कराया उन्हें नजरअंदाज किया गया. इसपर सांसद ने बगैर कोई प्रतिक्रिया दिए सीधे- सीधे नगर निगम प्रशासन को दोषी ठहराया और निगम से जवाब- तलब कर सामाधन दिलाने की बात कही. वोट बहिष्कार के सवाल पर सांसद ने कहा कि जनता को मौलिक अधिकारों से वंचित किया जाएगा तो जनता ऐसे निर्णय ले सकती है. इसके लिए सीधे- सीधे नगर निगम प्रशासन जिम्मेदार है.
क्या कहा पूर्व पार्षद ने
भेदभाव के आरोप के सवाल पर पूर्व पार्षद नीतू शर्मा ने बताया कि उन्होंने 5 साल पूरी निष्ठा और ईमानदारी पूर्वक अपने वार्ड की जनता की सेवा की है. कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी उसी तन्मयता के साथ जनता की सेवा कर रही हूं. हां एक साथ आप सभी को खुश नहीं कर सकते. कहीं आपके काम की तारीफ होगी तो कहीं आलोचना भी झेलनी पड़ेगी. मैं उनका भी सम्मान करती हूं. हो सकता है कि मेरे कार्यकाल में कहीं चूक हो गई हो. वैसे इंदिरा बस्ती में गली- गली स्ट्रीट लाइट, नियमित टैंकर से जलापूर्ति एवं अन्य मौलिक सुविधाओं का हमने पूरा ख्याल रखा है. पूर्व पार्षद ने कहा कि पानी की समस्या वार्ड 17 में विकट है इसको लेकर हमने निवर्तमान बोर्ड बैठक में कई प्रस्ताव पारित कराए. पाइपलाइन के जरिए जलापूर्ति की योजना अभी अधर में है. टैंकर से जलापूर्ति नियमित रूप से कराया जा रहा था. अभी भी नगर निगम की ओर से जलापूर्ति कराई जा रही है. जब तक पाइपलाइन का काम पूरा नहीं हो जाता तब तक ऐसी समस्या रहेगी, मगर जल्द ही नगर निगम पाइपलाइन के जरिए जलापूर्ति का काम शुरू करने जा रही है. जनता का विरोध जायज है. हां उन्हें विरोध का तरीका बदलना चाहिए क्योंकि ज्यादा आवेश में आकर कहीं आंदोलन को गलत दिशा में ले जाएंगे तो बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. उन्होंने वार्ड की जनता को बाहरी ताकतों से सावधान रहने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि वार्ड 17 की जनता काफी समझदार और विवेकशील है. उन्हें संयम से अपनी बातों को उचित फोरम पर रखने की जरूरत है.
नगर निगम में चल रही कार्रवाई की तैयारी
इधर बीते शुक्रवार को वार्ड- 17 की जनता द्वारा नगर निगम कार्यालय के कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार मामले पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है. प्रशासक ने बताया कि हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं दोषियों को चिन्हित किया जा रहा है. चाहे हमारे कर्मियों का दोष हो तो उन्हें भी नहीं बख्शा जाएगा. मगर जिस तरह के वीडियो फुटेज हमारे पास हैं उससे भीड़ का असंवेदनशील रवैया साबित हो रहा है. फिलहाल सभी को चिन्हित किया जा रहा है. विदित हो कि बीते शुक्रवार को वार्ड 17 की जनता रामचंद्र पासवान के नेतृत्व में पानी की समस्या को लेकर नगर निगम कार्यालय का घेराव करने पहुंचे थे. मगर लोगों के आक्रोश को देखते हुए प्रशासक ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया था. जिसपर भीड़ आक्रोशित हो उठी थी, और सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों और नगर निगम के कर्मियों के साथ गाली- गलौज और देख लेने की धमकी दी थी. मौके पर मौजूद कर्मियों ने पूरे घटनाक्रम का वीडियो क्लिप बना लिया था जिसे बाद में वायरल कर दिया था. जिसे नगर निगम के प्रशासक ने गंभीरता से लिया है. इसमें सेवानिवृत्त ख्यातिप्राप्त शिक्षिका श्रीमती संध्या प्रधान, , जवाहरलाल सिंह, मीना देवी, शानु कुमार सिंह, प्रेम कुमार निर्मल, प्रमोद गुप्ता, अमित सिंह, जतन कुमार, मनोज तिवारी, आरएन प्रसाद, मनोज आगीवाल, चमक लाल सिंह, तानु कुमार, बबली त्यागी आदि शामिल थे.