कांड्रा/ Bipin Varshney : आनंद मार्ग प्रचारक संघ के वरिष्ठ आचार्य स्वरूपानंद अवधूत बाबा आनन्दमूर्त्ति के सहयोगी एवं प्रिय शिष्यों में से एक थे. 85 वर्ष की अवस्था में सोमवार को सिंगापुर के आनन्द मार्गियों के बीच आध्यात्मिक उदबोधन के दरमियान उनका निधन हो गया. आनन्द मार्ग के संस्थापक आनंद मूर्ति की आध्यात्मिक प्रेरणा एवं विचारों से प्रभावित होकर संन्यास धर्म को उन्होंने आत्मसात किया था.उनका परिचय आचार्य स्वरूपानन्द अवधूत नाम से हुआ करता था.
आनंद मार्ग के मुख्य नगर में उन्होंने 1975 में इंदिरा गांधी सरकार में आपातकाल के दौरान सरकार की दमनकारी नीति से नष्ट किए गए आनंद मार्ग स्कूल, कॉलेज को पुनः स्थापित किये थे.आनंद मार्ग के मुख्यालय आनंद नगर में बीएड कॉलेज की स्थापना में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान था. वे पिछले दिनों सिंगापुर धर्म प्रचार के लिए गए थे, वही उनका निधन हो गया. इस घटना से आनंद मार्ग परिवार सरायकेला खरसावां एवं विश्व के सभी सदस्य दुखी हैं.