रांची: जमीन घोटाला मामले को लेकर ईडी की कार्रवाई पूरी तरह से केंद्र प्रायोजित एजेंडा है. आनेवाले लोकसभा और झारखंड विधानसभा चुनाव में इसका खामियाजा बीजेपी को उठानी पड़ेगी. यह कहना है कैप्टन राजेश कुमार का. हाल ही में नेवी से रिटायर हुए कैप्टन राजेश अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं. नौकरी में रहते उन्होंने खूब शोहरत पायी. अनुशासन उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण है.
कैप्टन राजेश ने बताया कि झारखंड को जिस तरह से अशांत किया गया है उसके लिए ईडी से ज्यादा दोषी केंद्र की भाजपा सरकार है. पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पूर्ण बहुमत वाली सरकार चला रहे थे. जनता के बीच उनके कार्यों की सराहना होने लगी थी जिसे बीजेपी पचा नहीं पा रही थी. सत्ता संभालने के बाद से ही सरकार गिराने की कई कोशिशें की गई. नियम कानून को ताक पर रखकर केंद्रीय जांच एजेंसियां हेमंत सोरेन के पीछे हाथ धोकर पड़ गई और अंततः हेमंत सोरेन को सलाखों के पीछे भेज दिया. कैप्टन राजेश ने बताया कि केंद्र सरकार यहां फेल्योर हो गई. इसका खामियाजा उन्हें आगामी लोकसभा और झारखंड में होनेवाले विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा. उन्होंने महागठबंधन के नेताओं की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने एकजुटता दिखाकर बीजेपी के मंसूबों पर पानी फेर दिया. अब भी झारखंड सुरक्षित हाथों में है. मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन काफी सुलझे और निर्विवाद राजनेता रहे हैं. गुरुजी के परिवार के साथ उनके निजी संबंध हैं. सभी उनका सम्मान करते हैं. उन्होंने हेमंत सोरेन के विकास की लकीर पर काम करना शुरू कर दिया है जो साफ दर्शाता है कि झारखंड सुरक्षित हाथों में है. चुनाव तक महागठबंधन दलों को एकजुटता दिखानी होगी बाकी काम जनता कर देगी. दरअसल कैप्टन राजेश कुमार गुरुजी यानी शिबू सोरेन से खासे प्रभावित हैं. नेवी की नौकरी करते हुए कई बार रांची आने का अवसर मिला. जहां उन्होंने सोरेन परिवार के संघर्षों को काफी करीब से जाना. वैसे कैप्टन राजेश बीजेपी की नीतियों से भी काफी चिंतित नजर आए. उन्होंने कहा कि देश में आज लोकतंत्र की हत्या हो रही है जिसके लिए पीएम मोदी जिम्मेदार हैं. मोदी तानाशाह बन चुके हैं और बीजेपी थिंक टैंक खामोश बैठा है. कांग्रेस मुक्त भारत का नारा देनेवाली बीजेपी आज कांग्रेस युक्त हो चुकी है. अपने समर्पित नेताओं और कार्यकर्ताओं को हाशिए पर भेजकर कांग्रेसी नेताओं को प्रलोभन देकर अपनी पार्टी में मिलाकर उन्हें टॉफी की तरह पद दे रहे हैं. बीजेपी थिंक टैंक सब कुछ अपनी आंखों के सामने होता देख रहा है और चुप्पी साधे बैठा है. वैसे समर्पित नेताओं और कार्यकर्ताओं को समझने की जरूरत है.