सरायकेला: केंद्र सरकार ने गुरुवार (25 जनवरी) को पद्म पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की. विजेताओं में भारत की पहली महिला महावत पार्बती बरुआ का नाम भी शामिल है. इसके अलावा झारखंड के सरायकेला- खारसावां की पर्यावरणविद चामी मुर्मू को भी पद्मश्री सम्मान से नवाजा जाएगा. पद्म पुरस्कारों के लिए 34 लोगों के नामों का चयन किया गया है. भारत सरकार की ओर से प्रदान किए जाना वाला यह प्रतिष्ठित पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण योगदान के लिए दिया जाता है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 2024 के लिए पद्म पुरस्कारों को प्रदान करने की मंजूरी दे दी है. देश की पहली महिला हाथी महावत पारवती बरुआ, जशपुर के आदिवासी कल्याण कार्यकर्ता जागेश्वर यादव और सरायकेला- खरसावां की आदिवासी पर्यावरणविद् चामी मुर्मू को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा.
*इन्हें दिया जाएगा पद्म सम्मान*
आदिवासी पर्यावरणविद् चामी मुर्मू, मिजोरम की सामाजिक कार्यकर्ता संगथंकिमा, झुलसे हुए पीड़ितों के लिए काम करने वाली प्लास्टिक सर्जन प्रेमा धनराज, अंतरराष्ट्रीय मल्लखंभ कोच उदय विश्वनाथ देशपांडे, भारत के पहले सिकल सेल एनीमिया नियंत्रण कार्यक्रम को विकसित करने वाले यज्दी मानेकशा इटालिया, छत्तीसगढ़ के जोगेश्वर यादव, हरियाणा के गुरविंदर सिंह, केरल के सत्यनारायण बेलेरी, पश्चिम बंगाल के दुखु माझी, अंडमान और निकोबार के के चेल्लाम्मल, छत्तीसगढ़ के हेमचंद मांझी, अरुणाचल प्रदेश के यानुंग जमोह लेगो, कर्नाटक के सोमन्ना, असम के सरबेश्वर बसुमतारी, बिहार से शांति देवी पासवान और शिवन पासवान की जोड़ी को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा. इसके अलावा पश्चिम बंगाल के रतन कहार, बिहार के अशोक कुमार विश्वास, केरल के बालकृष्णन सदनम पुथिया वीटिल, आंध्र प्रदेश की उमा माहेश्वरी डी, ओडिशा के गोपीनाथ स्वैन, त्रिपुरा की स्मृति रेखा चकमा, मध्य प्रदेश के ओमप्रकाश शर्मा, केरल के नारायणन ईपी, ओडिशा के भगवत पधान, पश्चिम बंगाल के सनातन रुद्र पाल को सम्मानित किया जाएगा.