खारसावां (Ajay Mahato) जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता निरंजन कुमार ने मंगलवार को खरसावां के रिडींग पंचायत में निर्माणाधीन सुरु जलाशय योजना का मुआयना किया. इस दौरान सुरु जलाशय योजना के प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण डैम स्थल पर पहुंच कर मुख्य अभियंता के समक्ष अपनी मांगों को दोहराया.
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ग्रामीणों ने मुख्य अभियंता से सुरु जलाशय योजना के तीन डूब गांव (विस्थापित गांव) रेयाड़दा, लखनडीह व रायजेमा के विस्थापित परिवारों को विस्थापितों नीति- 2012 के तहत विस्थापितों को लाभ देने की मांग की. ग्रामीणों ने बताया कि सरकार के समक्ष पिछले दो वर्षों से अपनी मांगों को रख रहे है, परंतु अब तक मांग पूरी नहीं हुई. विस्थापित परिवार के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस पर जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता निरंजन कुमार ने कहा कि ग्रामीणों की मांग भू-अर्जुन कार्यलय व अन्य विभाग से जुड़ा हुआ मामला है. इस पर भू-अर्जन विभाग से इस विषय पर बात की जायेगी. सुरु जलाशय योजना के तीन डूब गांव (विस्थापित गांव) रेयाड़दा, लखनडीह व रायजेमा के विस्थापितों ने जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता निरंजन कुमार के समक्ष कार्य स्थल पर प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों को दोहराया तथा मांग पूरी करने पर जोर दिया. प्रभावित गांव के लोगों ने एक सितंबर 1983 के भू अर्जन चाईबासा के खतियान के आधार पर जनसंख्या बढ़ोतरी परिवारों को पुर्नवास सर्वेक्षण कर 2012 के पुर्नवास नीति के तहत नाम दर्ज करने तथा विकास पुस्तिका उपलब्ध मुआवजा देने की मांग की. साथ ही जमीन देने, भू अर्जन चाईबासा के अधिसूचना की तिथि एक सितंबर 1983 के आधार पर अधिग्रहण किये गये जमीन व घर का राशि भुगतान करने की मांग की गयी है.
सुरु जलाशय परियोजना से प्रभावित- विस्थापित होने वाले गांव
सुरु जलाशय परियोजना से प्रभावित-विस्थापित होने वाले गांव के 18 वर्ष से अधिक उम्र वालों को सरकारी नौकरी देने, विस्थापित को हुंडांगदा मौजा में दिखाये गये जमीन को प्लोटिंग कर विस्थापित परिवारों को आवंटित करने की गयी है. साथ ही भू- अर्जन चाईबासा द्वारा अधिग्रहण की गयी जमीन की राशि आरडी या कोषागार में चार जुलाई 1994 को जमा किया गया है. इस राशि को वर्तमान दर में जल्द से जल्द भुगतान करने की मांग की गई है. इस दौरान दौरान रेयाड़दा, लखनडीह व रायजेमा गांव के ग्रामीण मौजूद थे.
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