सरायकेला: खारसावां विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत फ्लीटगार्ड कंपनी में 25 वर्षीय ठेका श्रमिक तुलाराम महतो की मौत के बाद परिजन मुआवजा और आश्रित को स्थायी नौकरी देने की मांग पर करीब तीन घंटे से मृतक के शव के साथ कड़ाके की ठंड में धरने पर बैठे हैं, मगर प्रबंधन अथवा संवेदक की ओर से वार्ता की पहल नहीं की गई है जिससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है.
बता दें कि मृतक मूल रूप से खरसावां विधानसभा के केंदुआ गांव का रहने वाला था. घटना की सूचना मिलते ही झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के सदस्य एवं खूंटपानी प्रखंड प्रमुख सिद्धार्थ होनहागा मौके पर पहुंचे और प्रबंधन के समक्ष अपनी बातों को रखने का प्रयास किया, बावजूद इसके घटना के करीब 3 घंटे बाद भी ना तो प्रबंधन की ओर से कोई पहल की गई ना ही संवेदक मामले में रुचि दिखाते नजर आए. इधर लोगों को विधायक दशरथ गागराई के खिलाफ नाराजगी प्रकट करते देखा गया. लोग यह कहते सुने गए कि मामले की जानकारी मिलने के बाद भी विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र के मजदूर की मौत पर सुध लेने नहीं पहुंचे, जो उनकी असंवेदनशीलता प्रदर्शित करती है. मौके पर मुख्य रूप से प्रकाश महतो, नवीन महतो, किशोर महतो, सहानंद महतो, प्रवीण महतो आदि जेबीकेएसएसके सक्रिय सदस्य मौजूद रहे. धरने पर बैठे लोगों ने साफ कर दिया है, कि जब तक 25 लाख का मुआवजा और मृतक के आश्रित को स्थाई नौकरी देने की सहमति नहीं बनती है, शव नहीं हटाया जाएगा. बताया जाता है कि मृतक मां- बाप का इकलौता बेटा था उनकी मौत पूर्व में ही हो चुकी है.