भागलपुर (Ranjan Kumar) बिहार के भागलपुर में एक शिक्षिका अपने ही बिछाए बिसात में फंस गई और उन्हें निलंबित कर दिया गया है. जिसके बाद जिले में हड़कंप मचा हुआ है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने तत्काल शिक्षिका को निलंबित करते हुए मुख्यालय में रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है. डीएसई ने शिक्षिका से पत्रांक 2264 द्वारा दिनांक 26 सितंबर 2023 के आदेश के अवहेलना मामले में दोषी पाया है जिस वजह से यह कार्रवाई की गई है. इसके साथ ही सन्हौला प्रखंड में शिक्षकों के बीच चल रहे नाटकीय घटनाक्रम का पटाक्षेप भी हो गया है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल दो दिन पूर्व जिले के सन्हौला प्रखंड के तेलवारा उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हुआ था. जिसमें शिक्षा के मंदिर में विद्यालय कर्मियों को मटन पार्टी करते दिखाया गया है. इस वीडियो ने शिक्षा विभाग की खूब खिल्ली उड़ाई, लेकिन वस्तु स्थिति ठीक इसके उलट निकली. दरअसल शिक्षिका शीला कुमारी को डीएसई कार्यालय में पत्रांक संख्या 2264 द्वारा दिनांक 26 सितंबर 2023 को
विद्यालय का प्रभार प्रधानाध्यापक श्यामनंदन सिंह को देना था. उनके विरुद्ध वित्तीय अनियमितता एवं अनुशासनहीनता की शिकायत दर्ज कराई गई थी. इसको लेकर शिक्षिका ने साजिश के तहत स्कूल परिसर में मटन पार्टी आयोजित कराया और ग्रामीणों के घर में भोजन बनाकर बीईओ साहब को खिलाने की योजना बनाई. इसी क्रम में पूर्व प्रभारी शीला कुमारी के कुछ सहयोगियों ने पूर्व रचित साजिश के तहत भोजन करने वक्त का वीडियो बनवा कर इसका गलत रूप से संदेश आम लोगों तक वायरल कर दिया.
विभागीय जांच में पाया गया कि पूर्व प्रभारी शिक्षिका शीला कुमारी 13 दिसंबर को विद्यालय विलंब से पहुंची और उपस्थिति पंजी में अपनी हाजिरी कटा देखकर उग्र हो गई और वर्तमान प्रधान अध्यापक पर झूठे मुकदमे में फसाने की धमकी देते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगी, जबकि महिला शिक्षिका द्वारा लगाया गया मारपीट का आरोप बेबुनियाद पाया गया. ऐसी कोई घटना स्कूल प्रांगण में नहीं हुई थी. वर्तमान प्रधान अध्यापक ने जिला शिक्षा पदाधिकारी भागलपुर को प्रभार नहीं दिए जाने की शिकायत लगातार 4 दिसंबर, 11 दिसंबर 12 दिसंबर और 13 दिसंबर को दिया था. इसी के प्रतिशोध के रूप में उक्त शिक्षिका शीला कुमारी ने इस वीडियो के मार्फत कुछ ग्रामीणों को मिलाकर सोशल मीडिया पर वायरल करवा दिया, जबकि उक्त प्रभारी शिक्षिका शीला कुमारी के पास लगभग 2 लाख 25 हजार छात्र कोष/ विकास कोष की नगद राशि रखने एवं मध्यान भोजन की भी राशि निकालकर पुनः निकलवाने का दबाव वर्तमान प्रधान शिक्षक श्यामनंदन सिंह पर बनाने की कोशिश की जा रही थी, जिसके परिणाम स्वरुप यह अप्रत्याशित घटना घटी. वहीं दूसरी तरफ सचिव काजल देवी ने बताया कि मई 2023 से सितंबर 2023 के किसी भी पीपीए पर मेरे द्वारा कोई हस्ताक्षर नहीं किया गया फिर भी राशि निर्गत करा ली गई है, यह भी एक गंभीर विषय है. बता दें कि इस घटना से पूर्व भी शीला कुमारी अनियमितता के आरोप में निलंबन झेल चुकी है. इन सारे साजिश को रचने वाली उक्त महिला शिक्षिका प्रभार नहीं सौंपने, पूर्व की राशि को प्रधान अध्यापक को नहीं समर्पित करने के बदले ऐसा किया गया जिसके बाद विद्यालय के साथ प्रखंड एवं जिला की भी बदनामी हो रही है.
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