सरायकेला: जिले से कुपोषण को दूर करने तथा कुपोषित बच्चो की पहचान को लेकर शुक्रवार से आईसीडीएस द्वारा वृद्धि निगरानी सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है. इसके तहत विभिन्न कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे. इस दौरान जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर वीएचएसएनडी के पूर्व 0- 5 वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं तथा 14 से 18 वर्ष की बालिकाओं के वृद्धि की निगरानी की जानी है.
इस सम्बन्ध में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती सत्या ठाकुर ने बताया कि विभागीय निर्देश के तहत जिले के परियोजना अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों को वृद्धि निगरानी के संबंध में जानकारी दी जा चुकी है. ताकि, वृद्धि निगरानी के सभी आंकड़ों की इंट्री पोषण ट्रैकर एप में दर्ज की जा सके. इसके लिए प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह को वृद्धि निगरानी सप्ताह के रूप में आयोजित करते हुए मापित आंकड़ों का पोषण ट्रैकर में इंट्री कराना सुनिश्चित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बाल्यावस्था में विकास की तीव्र गति को देखते हुए समय- समय पर वृद्धि और विकास की गति और दर का पहचान किया जाना जरूरी है. नियमित निगरानी से शारीरिक माप में आये अंतर की पहचान होती हैं और माता- पिता को सही समय पर उचित परामर्श दिया जा सकता है. पहचान किये गये कुपोषित बच्चों को समय पर स्वास्थ्य सुविधाएं, अतिरिक्त पोषण और परामर्श द्वारा उनकी जान बचाई जा सकती और उनके पोषण स्तर को सुधारा जा सकता है. साथ ही चिन्हित कुपोषित बच्चों को एमटीसी में एडमिट कर आवश्यक स्वस्थ लाभ दिया जा सकेगा.