खारसावां: प्रखंड के गोंडपुर हेलीपैड मैदान में आयोजित “आपकी योजना- आपकी सरकार- आपके द्वार” कार्यक्रम में हिस्सा लेने बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहुंचे. जहां मुख्यमंत्री ने जिले के विकास के लिए 240 करोड़ के 90 योजनाओं की सौगात दी. वहीं 81 करोड़ की लागत से निर्मित 142 योजनाओं का उद्घाटन कर जनता को समर्पित किया. इसके अलावा कार्यक्रम के तहत लाभुकों के बीच कुल 250 करोड़ के परिसंपत्तियों का वितरण किया.
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज राज्य का कोई कोना नहीं बचा है जहां “आपकी योजना- आपकी सरकार- आपके द्वार” के जरिये जनता को लाभ नहीं पहुंच रहा है. उन्होंने कहा कि हमने जनता से वायदा किया था कि हमारी सरकार हेडक्वार्टर से नहीं बल्कि गांव से चलेगी. उसी को देखते हुए 2021 से आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की शुरुआत की. पहले साल 35 लाख आवेदन प्राप्त हुए, दूसरे साल 55 लाख आवेदन प्राप्त हुए. उन्हें सूचीबद्ध करते हुए पाया कि प्रखंड से लेकर जिला तक दलालों का बोलबाला है. 20 साल तक राज्य को चलाने वाले यहां की भोली- भाली जनता को लूटने में लगी रही. धीरे- धीरे सभी आवेदनों को प्राथमिकता के तहत निष्पादित करते हुए लाभुकों को सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ दिया जाने लगा. यही वजह है कि समाजक सुरक्षा को देखते हुए अंतिम पंक्ति में बैठे लोगों को विकास योजनाओं से जोड़ना शुरू किया. आज राज्य में कोई ऐसा नहीं मिलेगा जो विधवा- बुजुर्ग और दिव्यांग पेंशन से वंचित है. रोटी- कपड़ा और मकान के लिए राज्य सरकार ने योजनाएं बनानी शुरू की और सिलसिलेवार तरीके से उसपर काम शुरू किया आज सरकार के सोच को अमली जामा पहनाया जा रहा है. केंद्र सरकार ने पीएम आवास योजना को बंद कर दिया हमारी सरकार अबुआ आवास योजना के जरिये जरूरतमंदों को तीन लाख रुपए का आलीशान मकान बनाकर देगी. उन्होंने पिछली सरकार ओर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर राज्य के 15 लाख गरीबो के राशन कार्ड निरस्त कर दिए गए थे. हमारी सरकार 20 लाख अतिरिक्त राशनकार्ड बनाकर गरीबों को बांटने जा रही है. जिसमें अनाज के साथ एक किलो दाल भी मुफ्त में दी जाएगी. उन्होंने कहा कि विपक्ष ने राज्य को बीमारू राज्य की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया. उन्होंने राज्य की बेटियों के लिए सावित्री बाई फुले किशोरी योजना के तहत परिवार में जितनी भी बेटियां हैं सभी को लाभ देने की घोषणा की. गुरुजी क्रेडिट कार्ड के जरिये प्रोफेशन पढ़ाई के लिए आसानी से लोन की व्यवस्था की गई है. इसके लिए कुछ भी गिरवी रखने की जरूरत नहीं है. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि साजिश के तहत राज्य को लूटा गया है. उन्होंने केंद्र सरकार पर 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपये दबाकर बैठे होने और मांगने पर ईडी का डर दिखाने की बात कही. उन्होंने कहा कि यदि केंद्र से वह पैसा मिल गया होता तो राज्य में विकास की नई ईबादत लिखी जाती. मगर हमारी सरकार डरने वालों में से नहीं है. हम केंद्र सरकार से मुकाबले को तैयार हैं. और अपना हक लेकर रहेंगे. सिदो- कान्हू फेडरेशन के जरिये किसानों के उपज को खरीदने की योजना है जिसकी परिकल्पना सरकार तैयार कर रही है, जिससे यहां के किसानों को सीधा लाभ मिलेगा. साथ ही दलाली प्रथा बंद होगी.
मुख्यमंत्री के स्वागत संबोधन में विधायक दशरथ गागराई ने “आपकी योजना- आपकी सरकार- आपके द्वार” कार्यक्रम को बेहद ही सफल बताते हुए इसे झारखंड सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया. उन्होंने बताया कि इस योजना के जरिए गांव- गांव सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं पहुंच रही है और लोगों की समस्याओं का समाधान हो रहा है. उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रति आभार प्रकट किया.
वहीं आदिवासी कल्याण मंत्री चंपई सोरेन ने अपने संबोधन में बताया कि युवा मुख्यमंत्री के दूरगामी सोच “आपकी योजना- आपकी सरकार- आपके द्वार” कार्यक्रम लगातार सफलताओं की कहानी गढ़ रहा है. उनके सोच का ही परिणाम है कि आज जिले में बैठे अधिकारी गांव- गांव पहुंच रहे हैं और ग्रामीणों की समस्याओं को सुनकर उसका ऑन द स्पॉट समाधान दिला रहे हैं. शिविर के जरिए प्राप्त आवेदनों का त्वरित गति से निष्पादन हो रहा है. शिविर में लगने वाले सभी योजनाओं के स्टॉल से लाभुकों को सीधा लाभ मिल रहा है. मंच से उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि 20 साल तक सत्ता में बैठकर गिद्ध की तरह झारखंड को लूटने का काम किया है. यहां के खनिज संपदा को गुजरात और मुंबई में बैठे पूंजीपति और व्यवसाययों के हाथों बेचा गया है, मगर युवा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन “आपकी योजना- आपकी सरकार- आपके द्वार” के जरिए सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में बैठे लोगों तक विकास की योजना पहुंचा रहे हैं. मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना, अबुआ आवास योजना जैसे कल्याणकारी योजनाओं से समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे लोगों को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है. ऐसे कार्यक्रमों के जरिए किसान, वृद्ध, बुजुर्ग, दिव्यांग छात्र- छात्राएं सभी लाभांवित हो रहे हैं. यहां के आदिवासी- मूलवासियों के सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले 20 साल तक सत्ता पर बैठे विपक्ष ने कभी भी झारखंड के गावों में बैठे लोगों के लिए नहीं सोचा, मगर युवा मुख्यमंत्री की सोच की वजह से आज गांव- गांव विकास की योजनाएं पहुंच रही है. यही सरकार की उपलब्धि है.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री सत्यानंद भोक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री एक बहुत बड़ा अभियान लेकर चल रहे हैं. उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 2022 तक हर गरीब को पक्का मकान देने की घोषणा कागजों तक सीमित हो कर रह गई है, मगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अबुआ आवास योजना लाकर झारखंड की गरीब जनता को क्रांतिकारी सौगात दी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के सोच का ही परिणाम है कि 75 फीसदी स्थानीय युवाओं को निजी कंपनियों में नौकरी देने की योजना लाकर 50 हजार युवाओं को सीधे रोजगार दिया गया है. उन्होंने कोविड के दौर में मुख्यमंत्री के किए गए प्रयासों की जमकर सराहना की. उन्होंने विपक्ष पर अपने चश्मे का पवार जांच कराकर सरकार के विकास की योजनाओं का आंकलन करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में शहर से लेकर गांव तक विकास नजर आ रहा है. अंत में मुख्यमंत्री के नाम कसीदे पढ़कर उन्होंने अपना संबोधन समाप्त किया. इससे पूर्व मुख्यमंत्री के हवाई मार्ग से खारसावां हेलीपैड मैदान में पहुंचे की “हेमंत है तो हिम्मत है” के नारों से कार्यक्रम स्थल गुंजायमान हो उठा. उनके साथ सूबे के आदिवासी कल्याण मंत्री चंपाई सोरेन और श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्त, प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे मौजूद रहे. जहां सभी अतिथियों का खारसावां विधायक दशरथ गागराई, ईचागढ़ विधायक सविता महतो, जिप अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितिकरण आयोग के अध्यक्ष भुवनेश्वर महतो, आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्याय पुरेन्द नारायण सिंह, कोल्हान प्रमंडल के आयुक्त, डीआईजी, सरायकेला उपायुक्त- एसपी ने गर्मजोशी से स्वागत किया.