सोनुआ Jayant Pramanik : सोनुआ प्रखण्ड के अर्जुनपुर गांव में कुड़मी महतो समुदाय के लोगों ने बदना पर्व मनाया. इस दौरान समुदाय के लोगों ने बैल को खुंटे में बांधकर नचाया. इसके साथ ही मांदर बजाकर पारंपरिक रूप से पुजा अर्चना भी की. डाल मदर का आवाज में गाना से बैल का नचा में ग्रामीण बड़ी उत्साह हुए. धान काटने के बाद खलिहान में सुरक्षित रखने के बाद मनाए जाने वाले इस पर्व के दौरान पशुधन से किसी भी तरह का कोई काम नहीं लिया जाता है और ना ही कृषि यंत्रों का इस्तेमाल किया जाता है.
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इस दौरान इनकी विशेष देखभाल, सत्कार और पूजन-बंदन किया जाता है. यह झारखंड के अलावा पश्चिम बंगाल, ओडिशा और असम के आदिवासी बहुल इलाकों में भी मनाया जाता है. काली पूजा व दीपावली के साथ ही झारखंड में इस पर्व की धूम मच जाती है. इस अवसर पर समाज के लोग बैलों की पूजा करते हैं. बांदना पर ग्रामीण अपने घर-आंगन की साफ सफाई कर रंग-बिरंगी मिट्टी और प्राकृतिक रंगों से रंगाई करते हैं.