चांडिल/ Jagannath Chatterjee विभाग के द्वारा चांडिल डैम में पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर सौंदर्यीकरण का काम किया जा रहा है. इसके लिए चांडिल डैम स्थित स्वर्णरेखा परियोजना के अंचल कार्यालय के मुख्य गेट के समक्ष तथा चांडिल डैम जाने वाले मार्ग पर पेबर्स ब्लॉक लगाया जा रहा है, लेकिन इसमें काफी अनियमितता बरती जा रही है. डैम जाने वाले मार्ग में मिट्टी का कटाव कर रास्ते के किनारे पेबर्स ब्लॉक बिछाया गया है. स्वर्णरेखा परियोजना के अंचल कार्यालय गेट के समझ पहले से बिछाए गए पेबर्स ब्लॉक को उखाड़ कर वहां फिर से नया रंगीन पेबर्स ब्लॉक बिछाने के नाम पर सरकारी राशि का बंदरबांट किया जा रहा है. यह बातें चांडिल जिला परिषद सदस्य पिंकी लायेक ने कहा.
जिला परिषद सदस्य पिंकी लायेक ने कहा पहले से बिछाए हुए पेबर्स ब्लॉक की गुणवत्ता में कोई कमी नहीं आई थी. इसके बावजूद इसे उखाड़ कर इसे हटाया जा रहा है. बिछाए जा रहे पेबर्स ब्लॉक की गुणवत्ता भी ठीक नहीं है. विभाग के अनुसार करीब दो करोड़ बाईस लाख (2. 22 करोड़) की लागत से पेबर्स ब्लॉक बिछाकर डैम का सौंदर्यीकरण करने का कार्य किया जा रहा है. लेकिन, विकास के नाम पर बरती जा रही अनियमितता कई सवालों को जन्म दे रही है. जिला परिषद सदस्य पिंकी लायेक ने कहा कि पूरे कार्य गुणवत्ता की उच्च स्तरीय जांच कराएंगे. इधर, नाम नहीं छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि इसमें चांडिल डैम की रंग- रंगाई, पेबर्स ब्लॉक रास्ते का निर्माण, पेबर्स ब्लॉक के रास्ते का चौड़ीकरण का कार्य शामिल है. वहीं स्वर्णरेखा परियोजना के कनीय अभियंता प्रदीप कुमार ने बताया निर्माण कार्य में कोई अनियमितता नहीं बरती गई है. टेक्निकल कारण से कार्यालय गेट के पास 60 एमएम पेबर्स ब्लॉक को उखाड़ कर 80 एमएम का लगाया जा रहा है.