कपाली: खाखी पहनने की हसरत लिए संगीनों के साये में रविवार को रागिब का शरीर खाक में मिल गया. कपाली के ओल्ड पुरुलिया रोड नम्बर- 2 स्थित जामिया रसदिया मस्जिद में जनाजे की नमाज के बाद जाकिर नगर कब्रिस्तना में रागिब के शरीर को सुपुर्दे खाक कर दिया गया. इस दौरान हर आंखें नाम नजर आयी. इससे पूर्व कड़ी सुरक्षा के बीच रागिब का जनाजा उसके आवास से नकला. वहीं पोस्टमार्टम के बाद रागिब के शरीर को उसके घर पर ही रखा गया. जहां पुलिस की तैनाती की गई थी. इस दौरान परिजनों एवं शुभचिंतकों ने अंतिम दर्शन किये. वहीं दूर- दराज से देर शाम तक परिजनों के आने के बाद शाम करीब 7 बजे जनाजा निकला. वहीं रात करीब 8 बजे के आसपास रागिब के पार्थिव शरीर को सुपुर्दे खाक किया गया.
बता दें कि शनिवार की शाम कपाली ओपी क्षेत्र के अलबेला गार्डन के समीप बच्चों के साथ मारपीट कर रहे सिंटू व अन्य युवकों को मृतक ने बीचबचाव कर छुड़ा दिया था. जिससे नाराज सिंटू के भाई चिंटू ने नाजिर, और जीशान के साथ रागिब आलम की हत्या कर दी. उसके बाद कपाली के लोगों का आक्रोश भड़क उठा था. पूरी तरह आक्रोशित लोगों ने अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कपाली ओपी को घेरे रखा. लोगों के आक्रोश के शिकार जांच करने पहुंचे एसपी डॉ विमल कुमार भी हुए. इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने टास्क फोर्स गठित कर दिया है जिसका नेतृत्व चांडिल एसडीपीओ संजय सिंह कर रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को अपराधियों के खिलाफ कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. वैसे हत्या के 24 घंटे बाद भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है. दिनभर कपाली क्षेत्र में पुलिस की तैनाती रही.
बताया जाता है कि रागिब का परिवार मूल रूप से बिहार के बांका जिले के अमरपुर थाना क्षेत्र के गरीब पुर गांव का राहनेवला है. तीन भाइयों और दो बहनों में रागिब सबसे छोटा था. पिता की मौत हो चुकी है. दो बहन और बड़े भाई का निकाह हो चुका है. मंझले भाई की शादी इसी महीने की 27 तारीख को होनेवाली थी. रागिब की नौकरी वन विभाग में आरक्षी के पद हुई थी. अभी जोइजिंग नहीं हुई थी. परिवार में खुशी का माहौल था. इसी बीच शनिवार को एक झटके में परिवार की खुशियां मातम में तब्दील हो गया. इस घटना ने पूरे कपाली की आवो- अवाम को झकझोर कर रख दिया. आगे देखना यह दिलचस्प होगा कि एसपी द्वरा गठित एसआईटी कबतक रागिब के हत्यारों को सलाखों के पीछे भेजती है. वैसे लोगों में आक्रोश अभी भी बना हुआ है.