सरायकेला/ Pramod Singh जिले के दलभंगा ओपी में पदस्थापित एएसआई रासबिहारी यादव का पदस्थापन भले दलभंगा ओपी में हो मगर वे ड्यूटी 60 किमी दूर आदित्यपुर थाना क्षेत्र में बजाते हैं. ऐसा हम नहीं बल्कि ये तस्वीरें बयां कर रही है. जो वीडियो क्लिप हमारे हाथ लगे हैं वह सोमवार की शाम करीब 6:30 बजे के आसपास की बताई जा रही है. इस क्लिप में आप साफ देख सकते हैं साहब की पल्सर बाइक संख्या JH05CY- 8652 आदित्यपुर थाना अंतर्गत लाल बिल्डिंग चौक पर स्थित पुलिस चेक पोस्ट के समीप खड़ी है और साहब सादे लिबास में टाटा- कांड्रा मार्ग पर चहलकदमी करते हुए बड़ी बेसब्री से फोन पर किसी से बात कर रहे हैं. अब किससे बतिया रहे हैं और इतने बेचैन क्यों हैं ये तो साहब के फोन कॉल डिटेल (सीडीआर) से ही पता चलेगा. फिलहाल आप इस वीडियो क्लिप को देखिये.
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वैसे आपको बता दें कि सरायकेला- खरसावां जिले के आदित्यपुर थाने की मिट्टी बेहद ही उर्वरा है. एक बार जो अधिकारी यहां के मिट्टी का फसल खा ले उसे कहीं दूसरी जगह मन लगता ही नहीं है. घूम- फिरकर वे आदित्यपुर के आसपास ही रह जाते हैं. रासबिहारी यादव उनमें से एक हैं. फिलहाल यादव जी का पदस्थापन दलभंगा ओपी में है, मगर उनको आदित्यपुर के मिट्टी से इस कदर जुड़ाव है कि वे दलभंगा में कम आदित्यपुर में ड्यूटी ज्यादा बजाते हैं.
आपको बता दें कि यादव जी इससे पूर्व डीवीसी मोड़ पर ड्यूटी बजाते जनजर आते थे. अब उनका लोकेशन लाल बिल्डिंग चौक के इर्दगिर्द हो गया है. सूत्र बताते हैं कि रासबिहारी यादव ब्राउन शुगर पैडलरों के सबसे बड़े सेटर हैं. उनके ही इशारे पर ब्राउन शुगर पेडलर अभी भी चलते हैं. बताया जाता है कि वे यहां बाहरी गाड़ियों से उगाही भी करते हैं. रासबिहारी यादव पिछले करीब चार वर्षों से आदित्यपुर गेस्ट हाऊस के कमरा नंबर- 8 में रह रहे थे. हैरान करने वाली बात ये है कि इस दौरान उनका पदस्थान जिले के अलग- अलग थानों में हुआ, मगर वे कभी भी वहां नहीं रहे, उनका ठिकाना आदित्यपुर गेस्ट हाउस का कमरा नंबर 8 ही रहा. बताया जाता है कि उनके खिलाफ विभागीय जांच भी हुई थी, जिसकी रिपोर्ट दबा दी गयी. आरोप था कि यहां वे यहां बाहरी लड़कियों को लाते हैं. रिपोर्ट आने के बाद उनका तबादला नीमडीह कर दिया गया था. जांच एएसआई सत्यवीर सिंह ने की थी. हालांकि इस रिपोर्ट को दबा दिया गया और वे आज भी उसी कमरे की शोभा बढ़ा रहे हैं. वैसे पिछले दिनों खबर प्रकाशित होने के बाद गेस्ट हाउस से यादव जी ने बोरिया बिस्तर समेट लिया है मगर अभी भी कमरा खाली नहीं किया है. बता दें कि आदित्यपुर से दलभंगा की दूरी करीब 60 किलोमीटर है. ऐसे में जरा सोचिए की पुलिस का एक जिम्मेदार पदाधिकारी मोटरसाइकिल से हर दिन 120 किलोमीटर दूरी तय कर कितना ड्यूटी बजा रहा होगा ! वैसे रासबिहारी यादव की पहुंच इतनी है कि उनके इस धृष्टता को एसपी भी नजरअंदाज करते हैं, अन्यथा लगातार उनके आदित्यपुर क्षेत्र में विचरण करने की खबर प्रमाण सहित दिखाए जाने के बाद भी एसपी गंभीरता से नहीं लेते जो कहीं न कहीं रासबिहारी यादव के रसूख और पहुंच दर्शाते हैं.