कांड्रा/ Bipin Varshney सरायकेला- खरसावां जिला के कांड्रा रतनपुर स्थित नीलांचल आयरन एंड पावर लिमिटेड कंपनी प्रबंधन और नीलांचल वर्क्स यूनियन के बीच गुरुवार को बोनस को लेकर चल रही वार्ता विफल हो गई.
इस संबंध में नीलांचल वर्कर्स यूनियन के महासचिव तपन मंडल ने बताया कि विगत एक माह पूर्व ही बोनस को लेकर यूनियन द्वारा कंपनी प्रबंधन मांग पत्र सौंपा गया था. वहीं कंपनी प्रबंधन की हटधर्मिता के कारण आज कंपनी प्रबंधन और कामगार यूनियन के साथ हुई वार्ता में प्रबंधक द्वारा बीच वार्ता से उठकर चले जाने पर वार्ता विफल हो गई है. उन्होंने कहा कि कंपनी प्रबंधन को 20% बोनस देने का डिमांड पत्र सौंपा गया था परंतु कंपनी प्रबंधन 10% ही बोनस देने की बात पर अड़ी रही. जबकि कंपनी द्वारा कामगारों पर डीए भी लागू नहीं है. अगर आज रात तक कंपनी प्रबंधन मजदूरों की मांगों को नहीं मानता है तो कल से कंपनी में कूल डाउन काम जारी रहेगा. वहीं नीलांचल वर्क्स यूनियन के उपाध्यक्ष राजा टुडू ने बताया कि पिछले वर्ष कंपनी प्रबंधन द्वारा 16% कामगारों को बोनस दिया गया था परंतु इस वर्ष 10% बोनस देना कंपनी की हटधर्मिता जग जाहिर होती है. उन्होंने कहा कि कंपनी अपने प्लांट में विस्तार करते हुए करोड़ों रुपया मुनाफा कमा रही है परंतु कामगारों को बोनस देने में आना कानी कर रही है. अगर कंपनी प्रबंधन हमारी मांगों पर विचार नहीं करती है तो कल से सारे कामगार कार्य पर कुल डाउन रहेंगे. बैठक में कंपनी प्रबंधन की ओर से वरीय प्रबंधक जीडी बाजपेई एवं वरीय अधिकारी सुभाष चंद्रा, नीलांचल वर्कर्स यूनियन की ओर से अध्यक्ष राम हांदसा, उपाध्यक्ष राजा टुडू, महासचिव तपन मंडल, कोषाध्यक्ष बुद्धेश्वर मंडल, सहसचिव भीम माझी के साथ कार्यकारिणी के सभी सदस्य उपस्थित थे.
बाईट
तपन मंडल (यूनियन महासचिव)