औरंगाबाद/ Dinanath Mouar जिले के दाउदनगर में बीती रात ऐतिहासिक जिउतिया महोत्सव प्रतियोगिता का उद्घटान काराकाट सांसद महाबली सिंह द्वारा फीता काटकर और दीप प्रज्वलित कर किया गया. जहां अपने संबोधन में सांसद ने कहा कि दाउदनगर का जिउतिया महोत्सव जो ऐतिहासिक महोत्सव है वाकई में इस तरह का महोत्सव पूरे देश मे कहीं नही मनाया जाता है. यह महोत्सव अद्वितीय है.
उन्होंने कहा कि यहां के कलाकारों द्वारा जो कला की प्रस्तुति की जाती है वह अकल्पनीय है. इसलिए इस ऐतिहासिक धरोहर को हम विलुप्त होने नहीं देंगे इसके लिए मैं वादा करता हूं कि सदन में हम इस प्रस्ताव को रख कर दाउदनगर के ऐतिहासिक जिउतिया महोत्सव को राजकीय महोत्सव का दर्जा दिलाने का प्रयास करूंगा.
उन्होंने यह भी कहा कि हम वादा तो नही करते है, लेकिन मेरा भरपूर प्रयास होगा कि दाउदनगर के जिउतिया महोत्सव को राजकीय महोत्सव का दर्जा प्राप्त हो. उनके सम्बोधन के बाद स्थानीय कलाकारो द्वारा इस प्रतियोगिता में भाग लेकर विभिन्न प्रकार के नकलों की प्रस्तुति की गई. इस साहसिक व रोमांचक नकलों की प्रस्तुति में पारंपरिक से लेकर सम- सामयिक विषयों पर स्वांग कला का प्रदर्शन किया गया. सभी आयोजन मंचों पर नकल प्रतिभागियों ने पहुंचकर नकलों की प्रस्तुति की. स्थानीय लोक कलाकारों द्वारा विभिन्न विषयों पर नकलों की प्रस्तुति की गई. चाकू- धारी, दम- मदाड़ जैसे पारंपरिक नकलों की भी प्रस्तुति की गई. टीम यूनिटी द्वारा पेशवा बाजीराव की कहानी, कैलाश मिस्त्री द्वारा दम मदाड़ की प्रस्तुति, राहुल कुमार द्वारा डांस, किशोरी पासवान द्वारा झूमर, अजय न्यू क्लब द्वारा डॉक्टर बिटिया और मनीष कुमार द्वारा राधा कृष्ण की झांकी प्रस्तुत की गई. वही दुर्गा गोस्वामी द्वारा दम मदाड़ तथा डोमन चौधरी द्वारा मोदी जी की नकल, जीआरपी क्रयू द्वारा शिव तांडव की प्रस्तुति की गई. इसके अलावा अन्य स्थानीय लोक कलाकारों द्वारा विभिन्न प्रकार के नकलों की प्रस्तुति की गई, जिसका आंनद हजारो की सख्या में जुटे लोगो ने उठाया.