सोनुआ/Jayant pramanik पश्चिम सिंहभूम जिला के गोइलकेरा के कायदा में मंगलवार को आदिवासी हो समाज ने बारंग क्षिति लिपि कोल लाको बोदरा की जयंती धूमधाम एवं उत्साह पूवर्क मनाई गई. कायर्क्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जदयू जिला अध्यक्ष विश्राम मुंडा थे. कायर्क्रम का शुभारंभ दियुरी के नेतृत्व में सामुहिक उपवास रह कर पूजा अचर्ना एवं कोलगुरू लाको बोदरा के तस्वीर पर माल्यापर्ण कर किया गया. वहीं समिति के लोगों ने मुख्य अतिथि विश्राम मुंडा एवं मानकी मुण्डा तथा समाज के कलाकार को समजिक परपंरा के तहत सम्मानित किया.
मौके पर विश्राम मुंडा ने कायर्क्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कोल गुरू लाको बोदरा हो भाषा वांरागक्षीति लिपी के जनक थे. इन्ही के कारण ही आज आदिवासीयों की भाषा और लिपी है.इस दौरान उन्होंने कहा कि लोगो की पहचान अपनी भाषा व सांसकृति से होती है.हमें अपनी भाषा एवं संस्कृति को बचाये रखने की जरूरत है.उन्होंने कहा हमें अपनी भाषा को जीवित रखने के लिए बोलचाल एवं सभी कार्यक्रम स्थानीय भाषा मे ही करनी है.
उन्होंने लोको बोदरा की जीवनी पर प्रकाश डालते हुये कहा की हमें उनके बताये मार्ग पर चलने की जरूरत है.उन्होंने कहा भाषा संस्कृति को बचाने के लिए सभी को एकजुट होने की जरूरत है.जिसके उपरातं सांस्कृतिक कायर्क्रम का आयोजन किया गया.जिसमें समाज के कलाकारों, छात्र छात्राओं द्वारा सामुहिक नृत्य, एकल गीत, सामुहिक गीत आदी प्रस्तुत किया गया.
इस मौके पर डा मनोज कोडाह, झापा केंद्रीय सचिव महेन्द्र जामुदा,संसाद प्रतिनिधि सनी लुगुन पूर्व मुखिया सोमनाथ गुन्दुआ मुखिया तोकोड़कोचा गणेश, बोदरा मुखिया सोमवार बाहदां, जदयू जिला उपाध्यक्ष सकारी चाकी सोनुवा प्रखण्ड अध्यक्ष सतेन्द्र आगांरिया, मारकास हासा,आनन्दपुर प्रखण्ड,अध्यक्ष देवेंद्र सिंह,शिक्षक जूनास हेम्ब्रोम,मुखिया सिकंदर जोंको ,अकास बोदरा मरियम चेरोवा के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे.