नेशनल डेस्क: देश के लोगों को सांसदों का एक और टेस्ट मैच देखने का मौका मिलेगा. केंद्र सरकार ने पांच दिनों का संसद का विशेष सत्र बुलाया है. इसकी जानकारी देते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ट्वीट कर कहा है कि संसद का विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक चलेगा. इसमें पांच बैठके होगी. यह विशेष सत्र संसद के नए भवन में होगा.
बता दे कि इससे पूर्व 20 जुलाई से 11 अगस्त तक संसद का मानसून सत्र चला था जिसमें मणिपुर हिंसा को लेकर दोनों सदनों में खूब हो- हंगामा मचा था. यहां तक कि सरकार को विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव भी झेलने पड़े थे, हालांकि सरकार के सेहत पर इससे कोई फर्क नहीं पड़ा.
इधर विशेष सत्र बुलाए जाने की जानकारी सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर चर्चाएं होने लगीं कि आखिर अचानक विशेष सत्र क्यों बुलाया गया ? कांग्रेसी नेता सह नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमें इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है.लोकसभा में नेता कांग्रेस अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ”’मन मर्जी से ये लोग संसद चला रहे हैं. ऐसी क्या इमरजेंसी है. क्योंकि शीतकालीन सत्र तो होना है.”
वैसे अचानक से विशेष सत्र बुलाए जाने पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उन दावों पर मुहर लगता नजर आ रहा है, जिसमें हाल ही में दोनों नेताओं ने दावा किया था कि केंद्र सरकार संभवत: नवंबर में आम चुनाव कर सकती है. वैसे यह फरमान तब जारी किया गया है जब आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर “इंडिया” घटक दलों का मुंबई में मंथन चल रहा है. इस फरमान के बाद “इंडिया” में शामिल घटक दलों की क्या रणनीति होगी इसपर हमारी नजर बनी रहेगी.