सरायकेला/ Pramod Singh आत्मा सभागार में शनिवार को एंटी नारकोटिक एक्टिविटी के तहत वैकल्पिक कृषि फसल संबंधी एकदिवसीय कार्यशाला सह कृषक वैज्ञानिक अंतर मिलन का आयोजन किया गया. जिसमें उपयुक्त रवि शंकर शुक्ला व पुलिस उपाधीक्षक चंदन कुमार वत्स शामिल हुए.
कार्यक्रम में उपायुक्त द्वारा बताया गया कि जो भी किसान अफीम, गांजा व नशीले पदार्थ की खेती करते हैं, वे उसे छोड़कर अन्य कृषि फसल की खेती करें तथा नशा मुक्त समाज के अगुआ बने. उन्होंने बताया कि नशा परिवार और समाज को बर्बाद कर देता है. उन्होंने कहा कि नशा हमारे समाज के लिए सबसे बड़ा अभिशाप है. किसी परिवार का बच्चा यदि नशे के जाल में फंस जाता है तो उस परिवार की जीवनभर की कमाई व इज्जत बर्बाद हो जाती है.
पुलिस उपाधीक्षक द्वारा बताया गया कि अफीम की खेती परिवार एवं समाज को बर्बाद कर देती है. अफीम की खेती करने वाले किसा नशीले पदार्थों की खेती छोड़कर अन्य कृषि फसलों की खेती करें और समाज को जागरूक करें. इस दौरान कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक द्वारा द्वारा किए जाने वाले वैकल्पिक फसलों की जानकारी दी गई. जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा कृषि विभाग एवं सरकार द्वारा किसान हित में चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई.
इस कार्यक्रम का संचालन उप परियोजना निदेशक, आत्मा, सरायकेला द्वारा किया गया. इस अवसर पर जिला मत्स्य पदाधिकारी, सरायकेला- खरसावां, कृषि विभाग के विजय कुमार, मुकेश कुमार, मनीष गुड़िया, अमरेंद्र कुमार साहू गुणधार दास, अमित सहित एटीएम बीटीएम व किसान मित्र एवं प्रगतिशील किसान उपस्थित थे.